लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) का लगातार अपराध नियंत्रण पर जोर है। उन्होंने शासन के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि अपराध को रोकने के लिए सभी जरूर कदम उठाए जाएं। पुलिस को तकनीकी रूप से सक्षम बनाया जाए। उन्होंने प्रत्येक जिले में फॉरेंसिक फील्ड यूनिट स्थापित कराने के निर्देश दिए हैं।
विभागीय प्रस्तुतिकरण देखने के बाद मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कहा कि बाल यौन शोषण से जुड़े अति संवेदनशील प्रकरणों में अतिरिक्त संवेदनशीलता अपेक्षित है। अभियोजन को और मजबूत किए जाने की जरूरत है। लखनऊ में फोरेंसिक इंस्टिट्यूट की स्थापना हो रही है। साइबर अपराध की वर्तमान स्थिति को देखते हुए लखनऊ में डिजिटल फोरेंसिक लैब व परिक्षेत्र पर साइबर फोरेंसिक लैब की स्थापना कराई जाए। प्रत्येक जिले में फॉरेंसिक फील्ड यूनिट स्थापित कराई जाए। इसी प्रकार, हर थाने पर साइबर हेल्प डेस्क का गठन हो। साइबर थानों में नियुक्त कार्मिकों को फोरेंसिक प्रशिक्षण भी दिलाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि नागरिक केंद्रित यूपी कॉप और बीट प्रहरी एप को और प्रभावी बनाये जाने की जरूरत है। इंसिडेंट कमांड कंट्रोल के लिए सभी जिलों में हाईटेक लॉ एंड ऑर्डर क्यूआरटी स्थापित कराए जाएं। डिजिटल वालंटियर सी-प्लान एप से 20 लाख लोगों को जोड़े जाएं।
आधुनिक और दक्ष पुलिसिंग के लिए प्रशिक्षण आवश्यक : सीएम योगी
शुचिता और पारदर्शिता के साथ पुलिस विभाग में रिक्त पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की जाए। महिला पुलिस कार्मिकों की संख्या दोगुना करने के लिए ठोस प्रयास किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक विकास खंड स्तर पर अग्निशमन एवं जीवनरक्षा हेतु 100 स्वयंसेवकों को तैयार कर आवश्यक ट्रेनिंग दिलाई जाए। तहसील स्तर पर अग्निशमन केंद्र स्थापित करने के प्रयास हों। आपात काल में रिस्पॉन्स टाइम को और कम किया जाए।
रिक्त पदों पर भर्ती की तैयारी में योगी सरकार
मेट्रो रेल की सुरक्षा के लिए यूपीएसएसएफ की टीम को प्रशिक्षित किया जाए। सहारनपुर, मथुरा, प्रयागराज, और गोरखपुर में यूपीएसएसएफ की एक-एक बटालियन का गठन किया जाए। सीतापुर में स्थापित पीएसी की तीन वाहिनियों में से एक को अयोध्या और मुरादाबाद की एक वाहिनी को संभल में तैनात करना उचित होगा। इस दिशा में विचार किया जाए।
कारागारों की सुरक्षा के लिए तकनीक का उपयोग किया जाए : सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि बदायूं और लखनऊ में क्रमशः अवंतीबाई और उदा देवी के नाम पर गठित महिला पीएसी बटालियन का संचालन आगामी दो वर्ष में शुरू कर दिया जाए। यातायात नियमों के उल्लंघन पर दंड स्वरूप निर्धारित चालान की राशि को स्पॉट पर ही जमा करने की सुविधा दी जाए। डेबिट/क्रेडिट कार्ड से भुगतान की व्यवस्था हो। इसके साथ ही उन्होंने मेरठ में कोतवाल धन सिंह गुर्जर स्टेट ऑफ आर्ट पुलिस ट्रेनिंग स्कूल की स्थापना तेजी से करने के निर्देश दिए हैं।