नई दिल्ली। उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने फटी जींस वाले बयान पर शुक्रवार को माफी मांग ली है। उनका कहना है कि उनका ये बयान संस्कारों के परिपेक्ष्य में था। उन्होंने कहा कि अगर किसी को फटी जींस पहननी ही है तो वह पहनें। उनके बयान से किसी का दिल दुखा है तो वह उसके लिए माफी मांगते हैं। उन्होंने मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में ये बात कही।
सांसद आम लोगों को कोरोना महामारी को लेकर करें जागरुक : एम वेंकैया नायडू
बता दें कि देहरादून में एक कार्यक्रम में दिया गया मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का बयान अब उनके लिए ही मुश्किल का सबब बनता गया। फटी जींस पर टिप्पणी से इंटरनेट मीडिया पर मुख्यमंत्री लगातार ट्रोल हो रहे हैं। मुख्यमंत्री के इस बयान को महिलाओं के पहनावों के प्रति संकीर्ण मानसिकता का द्योतक बताया जा रहा है। वहीं, उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन के बाद से मुद्दा तलाश रही कांग्रेस इसे हाथ से नहीं जाने देना चाहती। हालांकि अब उन्होंने मामले पर माफी मांग ली है।
बचाव में आईं सीएम तीरथ सिंह रावत की पत्नी
सीएम तीरथ सिंह रावत की पत्नी डॉ. रश्मि त्यागी रावत भी उनके बचाव में उतर आई हैं। उन्होंने कहा कि ‘ सीएम ने अपनी सांस्कृतिक धरोहर की बात की है। अगर हम भारत में रहकर भी अपनी वेशभूषा और आचार विचार की बात नहीं करेंगे तो क्या विदेश में करेंगे? सामान्य और मीडिल क्लास व्यक्ति अपनी सांस्कृति धरोहर को बनाए रखने में सक्षम है। जो लोग हो हल्ला कर रहे हैं वे एलीट क्लास हैं, उन्हें हमारी जन समस्याओं से सरोकार नहीं है। वे हमेशा अपने घर और समाज में महिलाओं को इतनी इज्ज्त देते हैं, जो लोग ऐसा कह रहे हैं उनकी क्षुद्र मानसिकता है।
जींस इतना बड़ा मु़द्दा हो गया क्या? हमारे उत्तराखंड में कई तरह की समस्याएं हैं जिन पर हमें विचार करना चाहिए। अगर हम इस तरह के विवादों में पड़ेंगे तो प्रदेश का विकास कैसे होगा? जनता जानती है कि ये क्षुद्र मानसिकता और राजनैतिक लोगों का षड्यंत्र है। इससे सीएम की कार्यशैली पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वे निरंतर प्रदेश के विकास के लिए काम करते रहेंगे।