नई दिल्ली। त्योहारों के इस सीजन में रिकॉर्ड तोड़ महंगाई ने हर घर का बजट बिगाड़ कर रखा दिया है। पिछले साल त्योहारों पर कोरोना की मार थी, तो इस बार बेलगाम महंगाई की मार त्योहारों पर दिखाई पड़ रही है।
वहीं, दूसरी ओर त्योहारों के सीजन में सब्जी के दामों में हो रही लगातार बढ़ोत्तरी ने खाने का स्वाद और फीका कर दिया है। महाराष्ट्र में भारी बारिश से प्याज की फसल पर असर पड़ा है। वहीं मध्य प्रदेश और कर्नाटक से भी आवक कम हुई है ऐसे में कुछ दिनों पहले तक कम भाव पर बिक रही प्याज अब थोक में 40 रुपये किलो तक पहुंच गई है। टमाटर का भाव 25 किलो के लिए 900 रुपये हो गया है। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के खुदरा बाजारों में प्याज का भाव 50 रुपये किलो तक पहुंच गया है। ये पहले 35 से 40 रुपये किलो था।
दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके में टमाटर का भाव 50 से 55 तो ग्रेटर कैलाश में 60 रुपये किलो तक पहुंच गया है। जबकि हफ्ता-दस दिन पहले ये भाव 40 रुपये किलो था। वहीं भोपाल में प्याज के दाम फिर एक बार तेजी से बढ़ने लगे है। तीन दिन पहले 30 रुपए किलो बिकने वाला ब्याज अब बाजार में 50 रुपए किलो मिल रही है। वहीं टमाटर के दाम देखते ही देखते 60 रुपए प्रति किलो पहुंच गए है।
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इसी तरह यूपी में भी टमाटर और प्याज के दाम 40 रुपये को पार कर चुके हैं। लखनऊ में तो बैंगन जैसी सब्जी भी 30 रुपये किलो और आलू 20 रुपये किलो तक बिक रहा है।
एक ओर जनता महंगाई की मार से परेशान है। तो दूसरी ओर सरकार लगातार लोगों से अच्छे दिन का सब्जबाग दिखाने की कोशिश में जुटी है। सरकार का दावा है कि, खुदरा महंगाई की दर पिछले पांच महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। खैर सरकारों के वादे और दावों के बीच पेट्रोल-डीजल से लेकर खाने के तेल के ऐतिहासिक दाम आम आदमी का तेल निकाल रहे है।