उत्तर प्रदेश के अमेठी में विजलेंस टीम ने गुरुवार को डीपीआरओ को घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। विजलेंस टीम ने एक सफाईकर्मी की शिकायत पर यह छापा मारा था। विजलेंस टीम डीपीआरओ श्रेया मिश्रा को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विकास खण्ड शुकुल बाजार के धनेशा राजपूत ग्राम पंचायत से सम्बद्ध सफाई कर्मी से जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा को विजलेंस टीम ने तीस हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड लिया। बताते चले कि शुकुल बाजार विकास खण्ड के धनेशा राजपूत में तैनात सफाई कर्मी कई महीनों से निलम्बित चल रहा था जिसको बहाल करने के लिए डीपीआरओ ने रिश्वत की मांग किया था।
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सूत्रों की माने तो उक्त सफाई कर्मी से 70 हजार रुपए बहाल करने के लिए मांगा था जो गुरूवार को 30 हजार रुपए दे रहा था और शेष राशि बहाल होने के बाद देने को कहा था जबकि उक्त सफाई कर्मी ने उच्चाधिकारियों से शिकायत भी कर चुका है। विजलेंस टीम ने विकास भवन में स्थित डीपीआरओ कार्यालय से दोपहर लगभग 2 बजे रिश्वत लेते हुए पकडकर ले गयी। वहीं जनपद में विजलेंस टीम की छापेमारी के बाद आलाधिकारियों में हडकम्प मच गया है। देखना होगा कि इस मामले में डीपीआरओ के खिलाफ कार्यवाही होती है या फिर दूसरा मामला दिखाकर लीपापोती कर दी जायेगी। बताते चले कि आखिर कब योगी सरकार इन भ्रष्ट अधिकारियों पर लगाम लगाने में सफल होगी या नहीं।
जनपद में वर्ष 2021 में रिश्वत लेते आधा दर्जन वीडियों हुए है वायरल
अमेठी में वर्ष 2021 में लगभग आधा दर्जन से अधिक वीडियों रिश्वत लेते वायरल हो चुके है लेकिन कार्यवाही के नाम पर कुछ नहीं हुआ है जिससे अधिकारियों, कर्मचारियों का मनोबल रिश्वत लेने के लिए बढता जा रहा है। बात करें तो जनपद अमेठी तहसील में राजस्व कर्मचारी, जिला प्रोवेशन अधिकारी, एआरटीओ कार्यालय, तहसील गौरीगंज में राजस्व कर्मचारी द्वारा रिश्वत लेने का वीडियों वायरल हो चुका है जांच में क्या हुआ इसका कोई अतापता नहीं चल रहा है न ही इन अधिकारियों पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी। वहीं रिश्वत लेने का जब वीडियों वायरल हुआ तो अधिकारी, कर्मचारी छुटटी लेकर अपने घर चले जाते है।