इस्लामाबाद। पाकिस्तान में आम चुनाव (Pakistan Elections) के लिए आज गुरुवार को वोटिंग (Voting) जारी है। पड़ोसी मुल्क में वोटिंग के बीच पूरे देश में मोबाइल सर्विस सस्पेंड कर दी गई है। कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है। चुनाव के दिन ऐसी पाबंदियों पर इमरान खान सहित विपक्षी दलों का गुस्सा फूट पड़ा है। विपक्ष ने इसे डिजिटल सेंसरशिप करार दिया है।
पाकिस्तानी मीडिया डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक डिजिटल सेंसरशिप के मुद्दे पर पाकिस्तान के मुख्य चुनाव आयुक्त सिकंदर सुल्तान राजा ने कहा,’उम्मीद है कि चुनाव प्रक्रिया स्वतंत्र और निष्पक्ष होगी।’ उन्होंने जोर देकर कहा कि इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं को बंद करना या अनुमति देना चुनाव आयोग के अधिकार क्षेत्र से बाहर है। उन्होंने कहा,’हमारा सिस्टम इंटरनेट पर निर्भर नहीं है। इससे हमारी तैयारियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।’
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव आयोग ने इंटरनेट संर्विस के संबंध में आंतरिक मंत्रालय (गृह मंत्रालय) को कोई निर्देश नहीं दिया है। ये फैसला कानून और व्यवस्था देखने वाली एजेंसियों ने लिया है। हालांकि, उन्होंने इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि अगर चुनाव आयोग इंटरनेट और मोबाइल सर्विस चालू करने के लिए कहता है और कोई घटना हो जाती है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा।
PTI ने जताया कड़ा विरोध
इस बीच इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने देशभर में मोबाइल सेवा को निलंबित करने को विश्वासघात बताया है। उन्होंने एक दिन पहले ही आए सरकार के बयान का हवाला देते हुए कहा कि अचानक फोन सेवा बंद करना नागरिकों के अधिकारों का दमन है।
इन नेताओं ने मेल किया वोट
जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अदियाला जेल से डाक मतपत्र के जरिए अपना वोट (Vote) डाला है। उनके अलावा पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी परवेज इलाही, अवामी मुस्लिम लीग के प्रमुख शेख राशिद और पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने मेल के जरिए वोट डाला है।
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हालांकि, इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी वोटिंग में भाग नहीं ले पाईं, क्योंकि डाक मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें दोषी ठहराकर गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के इस्लामाबाद की NA48 सीट पर वोटरों को बिरयानी बांटी जा रही है।