नई दिल्ली| पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत आने वाली सातवीं किस्त का इंतजार कर रहे 11 करोड़ 35 लाख किसानों में से 1.38 करोड़ को इस बार झटका लगेगा। इस योजाना के लाभार्थियों में से 1.38 करोड़ किसान बाहर हाे गए हैं। दरअसल दो दिन पहले तक पीएम किसान पोर्टल पर इस योजना के लाभार्थियों की संख्या 11.35 करोड़ थी और शुक्रवार को घटकर 9 करोड़ 97 लाख रह गई। हालांकि आज यानी शनिवार को पोर्टल ने अपनी गलती पुन: सुधार ली है और अब 11.37 करोड़ Beneficiaries दिखा रहा है।
किस्त-दर-किस्त योजना का लाभ लेने वाले किसानों की संख्या घटती जा रही है। पीएम किसान पोर्टल के मुताबिक पहली किस्त 10.52 करोड़ किसानों को मिली थी, वहीं दूसरी किस्त 9.97 करोड़, तीसरी 9.05 करोड़, चौथी 7.83 करोड़ और पांचवीं किस्त 6.58 करोड़ किसानों तक पहुंची, जबकि छठी किस्त पाने वाले किसानों की संख्या केवल 3.84 करोड़ रह गई है। ऐसे में सातवीं किस्त पाने वाले किसानों की संख्या इससे कम रह सकती है।
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अब केंद्र और राज्य सरकार फर्जीवाड़ा करने वाले किसानों से पैसे वसूलने की तैयारी कर रही है। बता दें कि महाराष्ट्र में इनकम टैक्स चुकाने वाले लाखों किसानों को पीएम किसान सम्मान योजना के तहत सालाना 6000 रुपये दे दिए गए। जबकि, इस योजना का लाभ केवल वही किसान उठा सकते हैं, जिनके पास अपनी जमीन है और वे इनकम टैक्स नहीं भरते हैं। इसका लाभ उन किसानों को भी नहीं मिलेगा, जिन्हें 10 हजार रुपये मासिक पेंसन या डिविडेंड मिलता है।
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में ऐसे 2.30 लाख किसानों को सम्मान निधि का भुगतान कर दिया गया है, जो टैक्स भरते हैं। जांच में यह मामला सामने आया है कि ऐसे किसानों को कुल 208.5 करोड़ रुपये दे दिए गए। अब सरकार इनसे इस राशि वसूलने जा रही है। वहीं तमिलनाडु में 5.95 लाख लाभार्थियों के खातों की जांच की गई, जिसमें से 5.38 लाख फर्जी निकले। ऐसे लोगों से सरकार वसूली कर रही है। ऐसी ही फर्जीवाड़े की खबर कई अन्य राज्यों से भी मिली है, जिसमें लाखों अपात्र किसान इस योजना का लाभ ले रहे थे।