अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) हिंदू धर्म का एक ऐसा महत्वपूर्ण त्यौहार है जो पूरे भारत में श्रृद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। वैशाख के शुक्ल पक्ष के तिर्तीया के दिन को अक्षय तृतीया के रूप मनाया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन किसी चीज का क्षय नहीं होता इसलिए ये दिन खरीददारी के लिए एक शुभ दिन माना जाता है। इस दिन समृद्धि और सौभाग्य की देवी लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर को पूजा जाता है और कि इन दोनों के आर्शीवाद से पूरा साल शुभ बीते। माना जाता अक्षय तृतीया पर घर की स्त्रियां नए कपड़े और नए गहनों से सजे संवरें। ऐसे में पहनावे में सही रंग चुनना त्योहार का एक महत्वपूर्ण पहलू है।
अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर पहनने के लिए सही रंग चुनाव अत्यंत आवश्यक है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि हमें धन की देवी और धन के देवता को प्रसन्न करना है तो जाहिर है पहनावे के रंगों का चुनाव भी उसी को ध्यान में रखते हुए करना चाहिए वही रंग पहनना चाहिए जो सौभाग्य और समृद्धि लेकर आये। मान्यताओं के अनुसार कुछ रंग इस दिन के लिए शुभ माने जाते हैं।चलिए जानते है कि अक्षय तृतीया पर कौन से रंग पहनना शुभ माना जाता है।
पीला – समृद्धि का रंग
अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर पहनने के लिए पीला रंग शुभ माना जाता है क्योंकि यह सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक है। पीला रंग हल्दी का भी रंग है, जिसे पवित्रता का प्रतीक भी माना जाता है और हिन्दू धर्म में हर पूजा-पाठ में इसका उपयोग किया जाता है। खास बात ये रंग भगवान विष्णु का प्रिय है तो लक्ष्मी को ये रंग खासा भाता है वहीं ये रंग गुरू बृहस्पति का भी तो जो समृद्धि के प्रतीक है, इतना ही नहीं धन के देवता कुबेर को इस रंग से जोड़कर देखा जाता है। इस खास दिन पीली वस्तुओं को घर लाने का भी विधान है तो अगर इस दिन आप ये रंग पहेनेगे तो लक्ष्मी नारायण और कुबेर देव के आर्शीवाद के साथ आप गुरू ग्रह को भी साध सकते हैं।
सुनेहरा-धन का रंग
अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) के लिए सोना खरीदना सबसे शुभ माना जाता है। इस दिन सुनेहरा रंग सोने और धन के संकेत देता है। परंपरा के प्रतीक के रूप में सुनहरे या ज़री के काम के कपड़े इस दिन पहनाना शुभता देता है क्योंकि सुनहरा रंग सोने की शुभ आभा को प्रदर्शित करता है। ये रंग माता लक्ष्मी का प्रिय रंग है सुनहरा रंग धन और समृद्धि का प्रतीक है, इसलिए मां लक्ष्मी को अक्सर सुनहरे रंग के वस्त्रों और आभूषणों से सजाया जाता है वहीं धन के कुबेर का रंग भी यही माना जाता है।
लाल- शुभ रंग
अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर पहनने के लिए लाल एक शुभ रंग है क्योंकि ये रंग मां की शक्ति से जुड़ा है। लाल रंग को सौभाग्य और शुभता का प्रतीक माना जाता है, इसलिए मां लक्ष्मी को लाल रंग के वस्त्रों और लाल फूलों से सजाया जाता है। वैसे भी हिन्दू धर्म में लाल में रंग का खासा महत्व है। लाल रंग मंगल का रंग है इसलिए इसे मंगलकारी माना जाता है। इस दिन लाल कपड़े पहनने से सकारात्मक ऊर्जा और धन की देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है।
हरा – खुशहाली का रंग
हरा एक खुशहाली का रंग है यही कारण है कि अक्षय तृतीया पर हरा रंग पहनना शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि ये रंग जीवन में भाग्य और समृद्धि लाता है। हरा रंग नई शुरुआत का प्रतीक है ,हरा रंग प्रकृति से जुड़ा हुआ है। माता लक्ष्मी की कई तस्वीरों में आपने मां को हरे रंग के वस्त्रों में देखा होगा ऐसा में आप इस रंग का चुनाव करके भी माता की कृपा पात्र बन सकते हैं।
अक्षय तृतीया, जो 30 अप्रैल, 2025 को है, जो समृद्धि और नई शुरुआत का प्रतिनिधित्व करता है। इस दिन ये भाग्यशाली रंग पहनने से धन और सकारात्मकता को आकर्षित कर सकते हैं। इन शुभ रंगों को पहनावे में चुनकर आप अपने अक्षय तृतीया को शुभता से भी भर सकते हैं।