पश्चिम उप्र में रविवार सुबह से हो रही बारिश से मौसम का मिजाज बदल गया है। लोगों को चिपचिपी गर्मी से राहत मिली। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बारिश से वातावरण में सर्दी बढ़ जाएगी। बारिश से धान की फसल को नुकसान पहुंचा है।
पश्चिम उप्र के मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड, बिजनौर, सहारनपुर, शामली आदि जिलों में रविवार सुबह से बारिश का दौर शुरू हो गया। एकाएक बारिश होने से मौसम के मिजाज में बदलाव आ गया और लोगों को गर्मी से राहत मिल गई।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बारिश से मौसम में ठंडक की शुरूआत हो जाएगी। बारिश से मेरठ शहर में कई जगह जलभराव हो गया। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पडा। सडकों पर कीचड होने से दोपहिया वाहन फिसल कर गिर पड़े।
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इस बारिश से किसानों की धान की फसल को नुकसान हुआ है। इस समय धान की कटाई चल रही है। कैली गांव के किसान विनित त्यागी का कहना है कि बारिश के कारण धान की खेत में कटी फसल खराब हो गई है। इससे बहुत सारे किसानों को नुकसान हुआ है। जानीखुर्द गांव के संदीप चौधरी का कहना है कि एक-दो दिन बारिश बढने पर धान की फसल को मोटा नुकसान होगा।
कृषि विज्ञान केंद्र हस्तिनापुर के कृषि वैज्ञानिक डॉ. संदीप चौधरी का कहना है कि गन्ने की फसल को बारिश से लाभ होगा, लेकिन धान की फसल को नुकसान होगा।