जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में बादल फटने से तबाही मच गई है। यहां कई घरों को नुकसान पहुंचा है, चारों तरफ मलबा फैल गया है। बादल फट जाने के कारण नदियां उफान पर हैं और बारिश का कहर भी जारी है। बादल फटने के कारण यहां कई घरों को नुकसान पहुंचा है, जबकि कुछ गांवों के लोगों को अपने घरों को छोड़कर बाहर आना पड़ा। राहत एवं बचाव का कार्य जारी है।
जम्मू शहर में पिछले 24 घंटे से भारी बारिश का सिलसिला जारी है। 32 साल बाद शहर में बारिश का रौद्र रूप देखने को मिला है। शहर में 1989 के बाद जुलाई महीने में अब तक की सबसे अधिक 150.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है। ये सिलसिला ऐसे ही जारी रहा तो सात जुलाई 1986 में हुई 172.6 मिमी बारिश का रिकॉर्ड टूट सकता है।
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उधर, रामबन के मगरकोट में पस्सियां गिरने के चलते जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद है। उधमपुर के विभिन्न हिस्सों में घाटी जाने वाले वाहनों की कतारें लगी हैं। मलबा हटाने का काम जारी है, लेकिन भारी बारिश के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ज्ञात हो कि शुक्रवार रात को मगरकोट में पस्सियां गिरने पर राजमार्ग बंद हो गया था।
इसके बाद रामबन के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। उधमपुर में भी घाटी की ओर जाने वाले वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
शनिवार दोपहर को वैकल्पिक मार्ग तैयार कर रामबन में फंसे हजारों वाहनों को निकालकर फिर से राजमार्ग को स्थायी तौर पर खोलने का काम शुरू कर दिया गया था। जिस स्थान पर पस्सियां गिरी हैं, वहीं पर टनल का भी निर्माण जारी है। इसलिए राजमार्ग को खोलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।