पटना। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर वरिष्ठ नेताओं को सम्मान नहीं देने का आरोप लगाया और कहा कि जिस पार्टी के नेता मुख्यमंत्री रहते हुए अपने बेटों को नहीं पढ़ा पाये उनसे राज्य को आगे बढ़ाने की उम्मीद नहीं की जा सकती।
जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्य के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने शनिवार को ऑनलाइन माध्यम से सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर और दरभंगा जिले के अलीनगर, दरभंगा तथा जाले विधानसभा क्षेत्रों के पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राजद कहने को तो ‘एम-वाई’ (मुस्लिम-यादव) की राजनीति करता है लेकिन उसने श्री अब्दुल बारी सिद्दीकी जैसे अनुभवी राजनेता को भी कभी सम्मान नहीं दिया।
जदयू नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कभी अपने परिवार को आगे बढ़ाने या अपने लिए संपत्ति बनाने का काम नहीं किया है। बिहार में पिछले 15 वर्षों में विकास के कामों के लिए कभी धन की कमी नहीं हुई क्योंकि बिहार ने श्री नीतीश कुमार जैसा ईमानदार नेतृत्व चुना था। उन्होंने बिहार के विकास और समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए जितनी नीतियां बनाईं, उसकी कोई दूसरी मिसाल नहीं है। उन्होंने मतदाताओं को आगाह किया कि जाति-धर्म की भावना में वशीभूत होकर मतदान किया तो फिर से आपका और आपके बच्चों का भविष्य अंधकारमय होगा। सरकार चलाने का अधिकार उसे ही दीजिए, जो सही नीति बनाये, सभी को आगे बढ़ाये।
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जल संसाधन मंत्री एवं जदयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय कुमार झा ने कहा कि यदि आप पिछले 15 वर्षों में दरभंगा जिले में और पूरे बिहार में हुए विकास के कामों का विश्लेषण करें तो जितने काम इस अवधि में जमीन पर उतरे हैं, जितनी ज्यादा योजनाएं सफलतापूर्वक पूरी हुई हैं, वह अभूतपूर्व है। चाहे वह सिंचाई की योजनाएं हों, सड़क-पुल का निर्माण हो, घर-घर बिजली पहुंचाना हो, शिक्षण संस्थानों का निर्माण हो या फिर सभी के उत्थान के काम हों। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अगली बार हर खेत को पानी पहुंचाने का संकल्प लिया है, जिससे बिहार में हरित क्रांति आएगी।
आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने कहा कि शराबबंदी जैसे क्रांतिकारी फैसले से पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित, महादलित समुदायों के लोगों का रहन-सहन बदल गया है, जीवनस्तर बेहतर हुआ है। जो पैसे शराब में बर्बाद हो रहे थे, वे अब बच्चों की शिक्षा और परिवार को आगे बढ़ाने पर खर्च हो रहे हैं। वहीं, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री रमेश ऋषिदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दलित-महादलित लोगों को पढ़ने और आगे बढ़ने के लिए सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई।
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साथ ही पंचायती राज में आरक्षण देकर उन्हें उचित सम्मान भी दिया।श्री यादव ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का नाम लिये बगैर उनपर कटाक्ष किया और कहा कि राजद नेता ने बेटे-बेटियों के अलावा किसी को आगे नहीं बढ़ाया। जो नेता मुख्यमंत्री रहते हुए अपने बेटों को भी नहीं पढ़ा पाया, उनसे बिहार को पढ़ाने और आगे बढ़ाने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। जिस नेता ने अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाया था, उसने पंचायतों में महिलाओं को आरक्षण देने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल का विरोध किया था। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव पर निशाना साधा और कहा कि 21वीं सदी में बिहार के लोगों को किसी नौवीं फेल व्यक्ति की बातों से गुमराह नहीं होना चाहिए।