सौरमंडल में लगने वाली ग्रहण की घटना भले ही खगोलीय हो, लेकिन ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इसके लाभ और हानि का दूरगामी परिणाम होता है. इस वर्ष कुल दो चंद्र ग्रहण हैं, जिसमें पहला चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) 5 मई को लग चुका है. अब इस वर्ष का अंतिम चंद्र ग्रहण 28-29 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा की रात लगेगा. यह चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) भारत में भी दिखाई देगा.
इससे पहले 14 अक्टूबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भी लगा था. ज्योतिषविद एक ही माह में दो ग्रहण को कहीं से भी लाभकारी नहीं बता रहे हैं. इतना ही नहीं, 14 अक्टूबर से लेकर 4 नवंबर तक पूरे 20 दिन खगोलीय घटनाक्रम के लिहाज से विशेष बताया गया है. जिसका प्रभाव धरती पर प्राकृतिक आपदा, भूकंप, महामारी, सुनामी, बड़े देशों में युद्ध की स्थिति और भारत सहित पूरे विश्व में राजनीतिक उथल-पुथल के लिए महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं.
भारत में कितने बजे दिखेगा चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan)
ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी ने बताया कि 28-29 अक्टूबर की मध्य रात्रि को भारत में साल 2023 का पहला और आखिरी खंडग्रास चंद्र ग्रहण लगेगा भारतीय मानक समयानुसार, चंद्र ग्रहण का बिल्कुल शुरुआती चरण 28 अक्टूबर की रात 11.30 बजे से आरंभ हो जाएगा और देर रात 2 बजकर 24 मिनट पर खत्म होगा.
चंद्र ग्रहण का 01 बजकर 05 मिनट पर स्पर्श, रात्रि 01 बजकर 44 मिनट पर मध्य काल और इसका मोक्ष रात्रि 02 बजकर 24 मिनट पर होगा. यानी भारत में संपूर्ण ग्रहण काल चार घंटे और चौबीस मिनट (4.4 घंटे) का होगा. अगर चंद्र ग्रहण के सबसे महत्वपूर्ण और ग्रहण के चरम काल की बात की जाए तो ये 29 अक्टूबर की रात 1 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर 2 बजकर 24 मिनट पर खत्म होगा यानी ये एक घंटा 19 मिनट का होगा.
चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) के सूतक काल की टाइमिंग
ज्योतिषविद ऋषि द्विवेदी ने आगे बताया कि 28-29 अक्टूबर के खंडग्रास चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले यानी 28 अक्टूबर की शाम 04 बजकर 05 मिनट से लग जाएगा. धर्म शास्त्र वचन के अनुसार, सूतक काल में भोजन निवृत्ति के साथ धार्मिक कृत्य श्राद्ध आदि करना चाहिए. ग्रहण में जपा गया मंत्र हमेशा सिद्ध होता है. बाल, वृद्ध, रोगी को छोड़कर सभी सनातनी को अनुसरण करना चाहिए.
चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) के दौरान क्या न करें
1. चंद्र ग्रहण के दौरान क्रोध न करें, क्रोध करने से अगले 15 दिन आपके लिए खतरनाक हो सकते हैं.
2. चंद्र ग्रहण के दौरान भोजन ग्रहण न करें. साथ ही पूजा पाठ करना भी वर्जित माना जाता है.
3. चंद्र ग्रहण के दौरान किसी भी सुनसान जगह या श्मशान भूमि के पास नहीं जाना चाहिए. इस दौरान नकारात्मक शक्तियां काफी ज्यादा हावी रहती हैं.
4. चंद्र ग्रहण के दौरान व्यक्ति को किसी भी नए काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए. माना जाता है कि ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा अधिक रहती है.
5. ग्रहण की अवधि में पति-पत्नी को शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए. ऐसा करने से आपके घर की सुख-शांति खराब हो सकती है.
चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) के दौरान क्या करें
1. चंद्र ग्रहण के दौरान सिर्फ भगवान के मंत्रों का जप करना चाहिए, जो कि दस गुना फलदायी माना जाता है.
2. चंद्र ग्रहण के बाद शुद्ध जल से स्नान करके, गरीबों का दान देना चाहिए.
3. चंद्र ग्रहण के बाद पूरे घर को शुद्ध करना चाहिए. ऐसा करने से घर की सभी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती है.
4. ग्रहण के समय गायों को घास, पक्षियों को अन्न, जरूरत मंदों को वस्त्र दान देने से अनेक गुना पुण्य प्राप्त होता है.