घर में जब वास्तुशास्त्र के अनुसार चीजें व्यवस्थित रहती हैं, तो उसका सकारात्मक प्रभाव परिवार के सभी सदस्यों पर पड़ता है. वास्तु (Vastu) में परिवार के हर सदस्य के लिए बेडरूम (Bedroom) का स्थान बताया गया है और बेडरूम में रखी जाने वाली वस्तुओं के बारे में भी जानकारी दी गई है. परिवार का मुखिया, बच्चे, बुजुर्ग, नवविवाहित आदि के लिए बेडरूम (Bedroom) कहां होना चाहिए और बेडरूम में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इसके बारे में जानते हैं तिरुपति के ज्योतिषाचार्य एवं वास्तुविद् डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से.
परिवार के सदस्यों के बेडरूम (Bedroom) की दिशा
- घर के मालिक का बेडरूम (Bedroom) दक्षिण या दक्षिण पश्चिम हिस्से में होना चाहिए. घर का मालिक वह होता है, जिसके फैसलों और आय से घर चलता है.
- परिवार के जो बड़े बुजुर्ग सदस्य हैं, उनको उत्तर दिशा में स्थित बेडरूम का उपयोग करना चाहिए.
- नवदंपत्ति यानी जिनका कुछ समय पहले ही विवाह हुआ है, उस पति और पति का बेडरूम वायव्य दिशा यानी उत्तर और पश्चिम के बीच या फिर उत्तर दिशा के मध्य में होना चाहिए.
- घर के बच्चों का बेडरूम भी वायव्य कोण में होना अच्छा माना जाता है.
बेडरूम (Bedroom) के वास्तु उपाय
- परिवार के किसी भी सदस्य का बेडरूम आग्नेय या ईशान कोण में नहीं होना चाहिए.
- बेडरूम के अंदर पूजा स्थान या मंदिर नहीं होना चाहिए.
- बेडरूम की खिड़किया उत्तर या पूर्व दिशा में होनी चाहिए.
- अपने कमरे के अंदर भारी सामान या आलमारी को नैऋत्य कोण में रखना चाहिए.
- बेडरूम में टीवी, हीटर या अन्य उपकरण रखने हों, तो उनको आग्नेय कोण में रखें.
- बेडरूम में किसी भी बीम के ठीक नीचे पलंग न रखें. ऐसा करने से सेहत पर बूरा प्रभाव पड़ता है.
- बेडरूम में ट्रेसिंग टेबल को पूर्व दिशा में, कूलर, पंखा या एसी को पश्चिम या उत्तर दिशा में लगाना चाहिए.
- बेडरूम को इस प्रकार से व्यवस्थित करना चाहिए कि उत्तर और पूर्व दिशा में पर्याप्त खाली जगह रहे.
- बेडरूम के अंदर जुड़ा हुआ टॉयलेट दक्षिण या नैऋत्य कोण में बनवाना चाहिए.