मनुष्य के जीवन से महत्वपूर्ण कोई वस्तु नहीं है, प्रत्येक व्यक्ति के जीवन की रक्षा करना हमारी नैतिक कर्तव्य है। जनपद में किसी भी स्थान से बुखार आदि अन्य किसी बीमारी की शिकायत प्राप्त हो, तो डाॅक्टर की टीम तुरंत जाकर परीक्षण करें और यह निष्कर्ष लें कि व्यक्ति को डेंगू, चिकनगुनिया, कोविड-19, मलेरिया आदि का बुखार तो नहीं है। साथ ही उसको तुरन्त दवा देते हुए यदि आवश्यकता पडे़ तो भर्ती किया जाये।
उक्त विचार जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने कलेक्टेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक लेते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि वर्तमान में आगरा मण्डल में बच्चों के बुखार की शिकायतें ज्यादा प्राप्त हो रही हैं, इसलिए जनपद में 06 से 08 टीम बनाकर तैयार रखी जायें, जिससे किसी भी क्षेत्र से शिकायत प्राप्त होने पर उन्हें तुरन्त रवाना की जायें। उन्होंने सभी एमओआईसी को निर्देश दिये कि आशा, एएनएम, बीएसए तथा शिक्षक एवं शिक्षकाओं के निरंतर सम्पर्क में रहें और उस क्षेत्र की जानकारी लेते रहें।
जिलाधिकारी ने बैठक में समस्त पीएचसी एवं सीएचसी की जानकारी लेते हुए जननी सुरक्षा कार्यक्रम, गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, जनपद में प्रसव की स्थिति आदि कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी लेते हुए निर्देश दिये कि सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर कायाकल्प योजना के अन्तर्गत सभी सुविधायें उपलब्ध करायी जायें।
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उन्होंने कहा कि पीएचसी व सीएचसी के लिए सम्पर्क मार्गोें का निर्माण, प्रकाश व्यवस्था, जल व्यवस्था, शौचालय, विकलांगों के लिए अलग से शौचालय निर्माण के साथ अन्य आधुनिक उपकरणों को भी कायाकल्प योजना के अन्तर्गत खरीदा जाये। श्री चहल ने निर्देश दिये कि आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष कमेटी का गठन करके प्रत्येक पात्र परिवारों का आयुष्मान कार्ड बनाये जायें। उन्होंने कहा कि जनपद के प्रत्येक गांव के प्रत्येक पात्र परिवार का आयुष्मान कार्ड प्रत्येक दशा में बन जाना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डाॅ0 नितिन गौड, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ रचना गुप्ता, डीपीआरओ किरन चैधरी, जिला महिला अस्पताल अधीक्षक, जिला अस्पताल अधीक्षक, सौ सैय्या अस्पताल अधीक्षक सहित सभी सीएचसी एवं पीएचसी के प्रभारीगण आदि उपस्थित थे।