उत्तर भारत के ज़्यादातर राज्यों में सर्दी अब जोर पकड़ रही है। उत्तराखंड से लेकर कश्मीर तक पहाड़ों पर भारी बर्फबारी हो रही है। जिसके चलते मैदानी इलाकों में ठिठुरन वाली ठंड पड़ने लगी है। केदारनाथ धाम में शुक्रवार को मौसम ने करवट ली और अचानक बर्फबारी शुरू हो गई। धाम में एक फीट तक बर्फबारी हुई। जिसके चलते तापमान में गिरावट के साथ नदी नाले जमने लगे हैं।
केदारनाथ में भारी बर्फबारी से बुरा हाल
बर्फबारी के कारण धाम में रह रहे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। धाम में अभी भी दो सौ के लगभग कर्मचारी, मजूदर, महात्महा और पुलिस के जवान रह रहे हैं। भारी बर्फबारी की वजह से धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य भी बाधित है। बर्फबारी का दौर इसी तरह जारी रहा तो आने वाले कुछ दिनों में धाम में पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे सभी मजदूर भी वापस लौट जाएंगे।
बद्रीनाथ में भी बर्फबारी
वहीं, बद्रीनाथ धाम में भी मौसम ने करवट बदली है। जिसके चकते वहां फिर से बर्फबारी शुरू हो गई है। यहां दिन में ही तापमान माइनस में लुढ़क चुका है। इस समय भगवान बद्री विशाल के कपाट शीतकाल के लिए बंद है। धाम में कुछ पुलिस जवान मंदिर की सुरक्षा में और भारतीय सेना और आईटीबीपी के जवान सीमा पर तैनात हैं।
औली में भारी बर्फबारी के बीच सैलानी क्रिसमस मनाने पहुंचे हैं। औली के ऊपर छत्रा कुंड इस समय पूरी तरह से फ्रीज हो चुका है। यहां पारा इतना ज्यादा लुढ़क चुका है कि पूरी झील पूरी तरह से जम चुकी है। औली में छत्रा कुंड झील का पानी पाला बन चुका है। यहां पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। रोपवे चेयर कार पूरी तरह से पेक दिखाई दे रही है वही औली के रिसॉर्ट पहले ही पैक हो चुके हैं।
शून्य से नीचे लुढ़का लेह में पारा
लेह में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। जिसके चलते पूरा इलाका बर्फ से ढक गया है। घरों की छतों से लेकर सड़कों तक बर्फ की मोटी चादर जम गई है। यहां दूर-दूर तक बर्फ के सिवा कुछ नजर नहीं आ रहा है। भारी बर्फबारी के बाद आम जनजीवन भी अस्त व्यस्त हो गया है। सड़कों से बर्फ हटाने का काम जारी है। बर्फबारी के चलते लेह का पारा शून्य से नीचे बना हुआ है।
कश्मीर में अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से ऊपर दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिकों ने रविवार से दो दिन तक केन्द्र शासित प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की एवं मध्यम बर्फबारी का पूर्वानुमान लगाया है। मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि 26 दिसंबर शाम से 28 दिसंबर दोपहर तक पश्चिमी विक्षोभ के कारण अधिक दबाव बनने का अनुमान है। इस कारण, कश्मीर के मैदानी इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी (दो से तीन इंच), जम्मू-कश्मीर, जोजिला-मिनमर्ग अक्ष के ऊंचे इलाकों में मध्यम से भारी और लद्दाख के कुछ स्थानों, खासकर कारगिल-जांस्कर क्षेत्र में हल्की बर्फबारी हो सकती है।