नयी दिल्ली। भारत में थोक मूल्य सूचकांक (Wholesale Price Index) में चालू वित्त वर्ष के सितम्बर माह में सालाना आधार पर 0.26 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी। यह जानकारी सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों में दी गयी।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार, थोक कीमतों में गिरावट मुख्य रूप से खनिज तेल, रसायन और रासायनिक उत्पाद, कपड़ा और मूल धातुओं की कीमतों में सालाना आधार पर नरमी के कारण है।
थोक मूल्य सूचकांक (Wholesale Price Index) पर आधारित मुद्रास्फीति पिछले छह महीने से शून्य से नीचे बनी हुयी है। अगस्त में थोक मूल्य सूचकांक सालाना आधार पर 0.52 प्रतिशत नीचे और जुलाई में यह एक साल पहले की तुलना में 1.23 प्रतिशत नीचे था।
गत गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार सितम्बर में खुदरा मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति 5.02 प्रतिशत थी, जो तीन माह का इसका न्यूनतम स्तर है।
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सितम्बर में ईंधन और बिजली क्षेत्र के थोक मूल्य सूचकांक (Wholesale Price Index) में सालाना आधार पर 3.35 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी, जबकि अगस्त में ईंधन और बिजली की दरों में 6.03 प्रतिशत की दर से गिरावट आयी थी।
प्राथमिक वस्तुओं की कीमतों में सितम्बर में सालाना आधार पर 3.70 प्रतिशत की वृद्धि दिखी।
विनिर्मित वस्तुओं की कीमतों में इस दौरान सालाना आधार पर 3.4 प्रतिशत की नरमी दर्ज की गयी। खाद्य कीमतों में सालाना आधार पर सितम्बर में 1.54 प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी।