• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

जानें छोटी दिवाली पर घर के मुख्य द्वार पर क्यों जलाया जाता है दीया

Writer D by Writer D
23/10/2024
in Main Slider, धर्म, फैशन/शैली
0
Diwali

Diwali

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

दिवाली (Diwali) से एक दिन पहले छोटी दिवाली (Choti Diwali) मनाने का पुराना धार्मिक रिवाज है। छोटी दिवाली नरक चतुर्दशी के दिन मनायी जाती है। मान्यता के अनुसार, छोटी दिवाली की रात में घरों में बुजुर्ग व्यक्ति द्वारा एक दीपक जलाकर पूरे घर में घुमाया जाता है और उस दीपक को घर से बाहर कहीं दूर रख दिया जाता है। इस दिन मुख्य द्वार पर दीपक जलाने का विधान है लेकिन क्या आप जानते है कि छोटी दिवाली क्यों दीपक क्यों जलाया जाता है, आइए पौराणिक कथाओं से जानते है कि इसके पीछे की वजह-

चांद न निकलने की वजह से जलाया जाता है दीया

दरअसल छोटी दिवाली (Choti Diwali) अमावस्या की रात से एक दिन पहले पड़ती है और अमावस्या तिथि के स्वामी यमराज होते हैं। अमावस्या की रात चांद नहीं दिखाई पड़ता है और चांद ना निकलने की वजह से कही भटक ना जाएं इसके लिए एक बड़ा दीपक घर के मुख्य द्वार पर जलाया जाता है।

नरक चतुर्दशी की पौराणिक कथा

एक अन्य प्रचलित कथा के अनुसार रति देव नाम के एक धर्मात्मा थे। उन्होंने अपने जीवन में कभी कोई पाप नहीं किया लेकिन फिर भी मृत्यु के दौरान उन्हें नरक लोक मिला यह देखकर राजा बोले कि मैंने कभी कोई पाप नहीं किया तो फिर आप क्यों मुझे लेने आए हो आपके आने का मतलब मुझे नरक में स्थान मिला है।

जब राजा ने मांगा एक वर्ष का समय

यह बात सुनकर यमदूत ने कहा कि हे वत्स एक बार आपके द्वार से एक ब्राह्मण भूखा पेट लौट गया था, यह आपके उसी कर्म का फल है। इस बात को सुन राजा ने यमराज से एक वर्ष का समय मांगा और ऋषियों के पास अपनी इस समस्या को लेकर पहुंचे तब ऋषियों ने उन्हें कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी का व्रत रखने और ब्राह्मणों को भोजन कराकर उनसे माफी मांगने को कहा।

ऐसे शुरू हुई दीप जलाने की परंपरा

एक साल बाद यमदूत राजा को फिर लेने आए, इस बार उन्हें नरक के बजाय स्वर्ग लोक ले गए तब ही से कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष को दीप जलाने की परंपरा शुरू हुई। ताकि भूल से हुए पाप को भी क्षमादान मिल सके।

दीपक जलाने की विधि

छोटी दिवाली पर घर के सबसे बड़े सदस्य को एक बड़ा दीया जलाना चाहिए। इस दीये को पूरे घर में घुमाएं। घर से बाहर जाकर दूर इस दीये को रख आएं। घर के दूसरे सदस्य घर के अंदर ही रहें और इस दीपक को न देखें।

Tags: Choti Diwalichoti Diwali 2024deepavali 2024deepavali 2024 kab haiDeepavali Festivaldeepavali lakshmi poojadeepavali poojadiwali 2024Diwali Festivaldiwali laxmi pujadiwali puja
Previous Post

दिवाली पर किसी को गिफ्ट ना करें ये चीजें, चला जाएगा आपका गुडलक

Next Post

दिवाली पर घर में रखें ये सुगंधित चीजें, बनी रहेगी सुख-समृद्धि

Writer D

Writer D

Related Posts

plastic cups
फैशन/शैली

घर में बेकार पड़े प्लास्टिक कप का करना है इस्तेमाल, यहां से ले आइडियाज

19/10/2025
CM Dhami
Main Slider

मुख्यमंत्री धामी ने नवनियुक्त सहायक समीक्षा अधिकारियों को सौंपे नियुक्ति पत्र- बोले, “सरकारी सेवा को जनसेवा का माध्यम बनाएं”

18/10/2025
Dhanteras
Main Slider

धनतेरस पर घर ले आए ये चीजे, धन-वैभव की होगी बरकत

18/10/2025
खाना-खजाना

धनतेरस पर बनाएं ये खास व्यंजन, लक्ष्मी पूजन में लगाएं भोग

18/10/2025
Kancha Sherpa
Main Slider

एवरेस्ट विजेता पहले दल के सदस्य कांचा शेरपा का निधन

18/10/2025
Next Post
Diwali

दिवाली पर घर में रखें ये सुगंधित चीजें, बनी रहेगी सुख-समृद्धि

यह भी पढ़ें

CM Dhami

उन्नति एप्पल योजना किसानों को मजबूत बनाएगी: सीएम धामी

19/04/2023
चीन में कोरोना के 39 नये मामले

चीन में कोरोना के 39 नये मामले, अब तक 4636 मरीजों की मौत

13/08/2020
Amitabh Bachchan

महानायक अमिताभ बच्चन ने परिवार संग ली कोरोना वैक्सीन की पहली डोज

02/04/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version