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कोई हमें राजनीति में सीरियस क्यों नहीं ले रहा है? : प्रियंका गांधी

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उप्र की प्रभारी प्रियंका गांधी रविवार को मां सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली के एक दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने यहां महिलाओं से संवाद किया और सरकार को निशाने पर लिया। प्रियंका के संवाद कार्यक्रम के केंद्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रहे और उन्होंने जमकर हमला बोला। प्रियंका ने कहा कि सरकार के पास बहुत पैसा है, लेकिन सही जगह पैसा नहीं लगाया जा रहा है। बड़े-बड़े हवाई जहाज में देश के प्रधानमंत्री उड़ते हैं। उनका हवाई जहाज ही आठ हज़ार करोड़ रुपये का है।

प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि कोरोना योद्धा आशा बहुओं और आंगनबाड़ी की महिलाओं ने बहुत काम किया है। आप हमें शक्ति दीजिए हम आपको शक्ति देंगे। हम सब महिलाएं हैं, संघर्ष हमारा जीवन है, लेकिन हम जानना चाहते हैं, हम अगर एकजुट हो जाएंगे तो कोई हमें रोक नहीं पाएगा।

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि दो साल पहले मुझे कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया और मैं प्रदेश में जगह-जगह जा रही हूं और लोगों से मिल रही हूं। कुछ साल पहले उन्नाव में एक लड़की का बलात्कार हुआ था और उसके बाद उसको जलाया गया था और उसकी हत्या हुई थी। मैं उस लड़की के घर गई थी, उस लड़की के घर में उसकी भाभी थीं। उसकी छोटी बेटी को धमकाया गया, उसके परिवार को धमकाया गया और उसके पिताजी को पीटा गया। उसके बाद कई ऐसे हादसे हुए।

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प्रियंका ने कहा कि हाथरस में एक लड़की का बलात्कार किया गया। रात में उसके अंतिम संस्कार में पुलिस प्रशासन ने उसके मां-बाप को देखने नहीं दिया गया। ललितपुर में किसानों ने आत्महत्या की वहां पर उस किसान की बेटी कविता ने बताया कि मेरी मां अकेली पड़ जाएगी। उसकी देखभाल कौन करेगा। नई-नई शादी हुई थी। मेरे मन में आया कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं पर इतना अत्याचार हो रहा है। बार-बार यही दिखता है. जहां-जहां मैं जाती हूं वहीं ऐसी घटनाएं सुनने में आती हैं। हर जगह जहां पर महिला का शोषण हो रहा है।

उन्होंने कहा कि हमने एक महिला का घोषणा पत्र तैयार किया है। परिवर्तन लाना है, तो हम सब को एकजुट होकर लाना होगा हमें समझना होगा कि हम देश की आधी आबादी हैं। कोई हमें राजनीति में सीरियस क्यों नहीं ले रहा है? मुझसे दिल्ली में मिलने कोई क्यों नहीं आ रहा है। चाहे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं या आशा बहू हों, आप बताइए अगर सारी महिलाएं एकजुट हो जाएं, कितना बड़ा परिवर्तन आ सकता है? हमें चाहिए विकास की राजनीति अगर इस देश की सारी महिलाएं एकजुट हो जाए और एक आवाज उठाएं और कहे कि अगर हमें ऐसा राजनीति दो तो क्यों नहीं देश की राजनीति बदल जाएगी।

हमने कहा कि महिलाएं अपनी शक्ति पहचानों और एकजुट हो जाओ हमने नारा दिया कि लड़की हूं लड़ सकती हूं एक घोषणा पत्र दिया बाकी पार्टियों ने इसके बाद घोषणा शुरू कर दी और आशा बहुओं का मानदेय कल परसों में ही बढ़ा दिया है। उनको पता चल गया है कि महिलाएं लड़ सकती हैं।

इसके पहले प्रियंका का महिलाओं और बच्चों ने स्वागत किया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह देखने लायक था।

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