नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को यूपी में महिलाओं के खिलाफ अपराध के बढ़ते मामले को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने बेटी बचाओ को लेकर कटाक्ष किया है। अपने ट्वीट के साथ उन्होंने एक खबर भी साझा की है।
How it started: बेटी बचाओ
How it’s going: अपराधी बचाओ pic.twitter.com/N7IsfU7As5
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 18, 2020
राहुल ने ट्वीट कर कहा कि ‘कैसे शुरू हुआ- बेटी बचाओ, अब यह कैसा चल रहा है- अपराधी बचाओ।’ राहुल के अलावा उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सरकार को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि क्या यूपी के सीएम बताएंगे कि यह किस ‘मिशन’ के तहत हो रहा है? बेटी बचाओ या अपराधी बचाओ?’
क्या यूपी के सीएम बताएंगे कि यह किस ‘मिशन’ के तहत हो रहा है? बेटी बचाओ या अपराधी बचाओ? https://t.co/fpMMiE2MSd
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 18, 2020
‘क्या योगी बताएंगे कि यह किस ‘मिशन’ के तहत हो रहा है? बेटी बचाओ या अपराधी बचाओ?’
राहुल और प्रियंका गांधी ने जिस खबर को साझा किया है। उसमें बताया गया है कि कैसे भाजपा विधायक और उनके बेटे शनिवार को पुलिस हिरासत से अभद्रता के आरोपी व्यक्ति को कथित तौर पर छुड़ाकर ले गए? भाजपा विधायक और उनके बेटे और समर्थकों द्वारा किए गए हंगामे का एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह घटना लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी थाना की है।
स्थानीय पुलिस अधिकारी जहां घटना को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। वहीं भाजपा विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि घटनास्थल पर कोई हंगामा नहीं हुआ। ऐसा उनकी छवि खराब करने के लिए गलत तरीके से प्रचारित किया जा रहा है। बता दें कि हाथरस सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आने के बाद से यूपी सरकार सवालों के घेरे में है।
जानें क्या है पूरा मामला ?
कोतवाली क्षेत्र में महिला सिपाही से अभद्रता को लेकर शुक्रवार रात एक भाजपा कार्यकर्ता और पुलिस कर्मियों में विवाद हो गया। बाद में पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया, जिस पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोतवाली में हंगामा किया।
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जानकारी पर संगठन के पदाधिकारियों के साथ विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह भी कोतवाली पहुंचे। बातचीत के बाद आरोपी कार्यकर्ता को छुड़ाया गया। इस संबंध में कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि हुड़दंग करने पर कार्यकर्ता को हिरासत में लिया था जिसे बाद में नगर अध्यक्ष के कहने पर छोड़ दिया गया।