नई दिल्ली| अमेरिका में हो रहे राष्ट्रपति चुनाव में मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जो बिडेन के बीच रोमाचंक मुकाबला देखने को मिल रहा है। बुधवार को खबर लिखे जाने तक ट्रंप को 213 और बिडेन को 238 इलेक्टोरल वोट्स मिले थे। जीत के लिए 538 इलेक्टोरल वोट में से 270 वोट की जरूरत है जो किसी को हासिल नहीं हुआ है।
ऐसे में राष्ट्रपति चुनाव की तस्वीर अगले कुछ दिनों में साफ होने की उम्मीद है। हालांकि, अमेरिकी चुनाव का असर दुनियाभर के शेयर बाजारों, सोना और मुद्रा बाजार पर देखने को मिल रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप जीतें या बिडेन, दोनों ही स्थिति में सोने में तेजी आनी तय है।
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने हिन्दुस्तान को बताया कि राष्ट्रपति का चुनाव डोनाल्ड ट्रम्प जीतें या जो बिडेन, सोने की कीमत में तेजी आनी है। भारतीय बाजार में सोना अभी 51,000 रुपये प्रति दस ग्राम चल रहा है। अमेरिकी चुनाव के बाद इसमें फिर से तेजी आने की पूरी उम्मीद है। त्योहारी सीजन से घरेलू मांग भी बढ़ी है। ऐसे में अगर एक साल यानी दिवाली तक लक्ष्य रखें तो सोने का भाव 60,000 रुपये प्रति दस ग्राम पहुंच जाएगा।
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उनका कहना है कि अगर जो बिडेन राष्ट्रपति का चुनाव जीत जाते हैं तो शेयर बाजार में दबाब बढ़ेगा। ऐसा इसलिए की ट्रंप के हटन से अमेरिका में जो भी आर्थिक योजनाएं चल रही हैं या जिन पर आगे काम होना है, उन्हें लेकर अनिश्चितता बढ़ जाएगी। बिडेन पहले से ही ट्रंप के नीतियों की आलोचना कर रहे हैं। ऐसे में नई सरकार अर्थव्यवस्था के लिए मौजूदा नीतियों में बदलाव कर सकती है। वहीं, वैश्विक स्तर पर भी नए समीकरण बन सकते हैं, जिससे कई क्षेत्र की बड़ी कंपनियों पर शुरूआती दबाव होगा।
ऐसे में सोने में एक बार फिर निवेश तेज होगा। बिडेन जीतते हैं तो वे अपनी नीतियों के लिए खर्च बढ़ा सकते हैं। इससे डॉलर इंडेक्स पर असर होगा और डॉलर कमजोर होगा। डॉलर कमजोर होने से सोने की कीमतों में तेजी आएगी। दूसरी ओर वैश्विक स्तर पर और भी कई कारक सोने में तेजी बढ़ाते दिख रहे हैं। मसलन कोरोना के बढ़ते मामले, डॉलर में कमजोरी, शेयर बाजार में गिरावट का डर, जियो पॉलिटिकल टेंशन।प के आने से बाजार बनाएगा नया रिकॉर्ड
विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप के आने से दुनियाभर के शेयर बाजार में बड़ी तेजी देखने को मिल सकती है। ट्रंप पहले भी कई बार शेयर बाजार को लेकर अपनी पसंद जाहिर कर चुके हैं। हाल ही में उनको कोरोना होने के बाद से दुनियाभर के शेयर बाजारों में गिरावट देखी गई थी। ऐसे में अगर ट्रंप जीते तो बाजार नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है। हालांकि, ट्रंप के कार्यकाल में सोने ने लगातार तेजी बनी रही है। कोरोना के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था की नाजुक स्थिति में निवेशकों का पहला पसंद सोना बन गया है। दुनियाभर के केंद्रीय बैंक भी सोने में निवेश बढ़ा रहे हैं। ऐसे में सोने में तेजी जारी रहेगी। अमेरिकी चुनाव में किसी के जीतने से कोई फर्क लंबी अवधि में सोने के निवेश पर नहीं होगा।