बांदा। जनपद के भाथा गांव में एक महिला ने अपने देवर के साथ मिलकर अपने 4 बच्चों सहित स्वयं के अपहरण (kidnap) की साजिश रची थी। जिससे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था। बाद में पुलिस और एसओजी टीम ने मिलकर इस मामले का पर्दाफाश करते हुए महिला को पंजाब के लुधियाना में बच्चों सहित बरामद कर लिया और अपहरण की झूठी साजिश रचने के आरोप में महिला और उसके देवर समेत 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्र ने बताया कि 4 फरवरी 2022 को गीता देवी के देवर कमलेश कुशवाहा पुत्र बच्ची कुशवाहा द्वारा पुलिस को सूचना दी गई थी कि रोडवेज बस स्टैंड के पास से गीता देवी पत्नी दिनेश कुशवाहा (35) उसकी पुत्री खुशबू (16) लड़के क्रमशः शिवा (14) कृष्णा (12) और राजू (9 ) का अपहरण हो गया है। इस सूचना के आधार पर मर्दन नाका चौकी प्रभारी प्रभारी अनिल कुमार सिंह द्वारा जांच की गई।
मोबाइल कॉल डिटेल तथा सर्विलांस की मदद से ज्ञात हुआ की पांचो लोग 5 फरवरी को लुधियाना पहुंच गए थे और इनके द्वारा साजिश के तहत अपना मोबाइल बंद करके उसी मोबाइल सेट में दूसरा सिम लगा दिया गया था। ताकि गीता देवी की पुत्री खुशबू 15 वर्ष के संदर्भ में थाना जसपुरा में पंजीकृत मुकदमा में विपक्षी कमतू कुशवाहा व उसी मुकदमे में जेल में निरुद्ध मोहन कुशवाहा के परिजनों से भारी भरकम राशि वसूल की जा सके।
उन्होंने बताया कि उक्त महिला द्वारा अपनी लड़की के साथ छेड़खानी के मामले में कमतू व मोहन कुशवाहा के खिलाफ मुकदमे में सुलह समझौते के लिए 5 लाख की रकम मांगी जा रही थी। पुलिस को यह जानकारी भी मिली कि गीता देवी बच्चों के साथ अनुपम सिंह पुत्र सुरेश सिंह निवासी हथगांव थाना फतेहपुर के साथ 4 फरवरी को बांदा रेलवे स्टेशन से ट्रेन के जरिए लुधियाना गई है।
इसी आधार पर पुलिस ने महिला गीता को बच्चों सहित बरामद कर लिया। इस प्रकरण में झूठी सूचना देने के आरोप में तथा मुकदमे में नाजायज वसूली के मामले में गीता और इसके देवर कमलेश कुशवाहा निवासी ग्राम भाथा थाना जसपुरा तथा कमलेश के जीजा पुत्तन कुशवाहा निवासी मूसेपुर थाना ललौली जनपद फतेहपुर को गिरफ्तार कर लिया गया।