भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में गजब का खेल दिखाया और बुधवार को अर्जेंटीना को कड़ी टक्कर दी। हालांकि अंत में उसे 1-2 से शिकस्त झेलनी पड़ी। इस हार के बावजूद भारतीय टीम की हर जगह तारीफ हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम की कप्तान रानी रामपाल से फोन पर बातचीत की और उनके खेल की तारीफ की। इसके अलावा उन्होंने टीम के कोच शोर्ड मारिन से भी बात की और साथ ही कहा कि एक हार से निराश नहीं होना चाहिए।
भारतीय महिला हॉकी टीम को सेमीफाइनल में अर्जेंटीना के खिलाफ 1-2 से शिकस्त झेलनी पड़ी। हालांकि उसके पास अब भी पदक जीतने का मौका है और वह ब्रॉन्ज मेडल मैच में ग्रेट ब्रिटेन का सामना करेगी। पीएम मोदी ने रानी रामपाल से बातचीत कर टीम के प्रदर्शन पर गर्व जताया।
एएनआई के मुताबिक, पीएम मोदी ने मैच के बाद रानी रामपाल से फोन पर बातचीत की। उन्होंने टीम के कोच शोर्ड मारिन से भी बात की। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में टीम के प्रदर्शन पर गर्व जताया। उन्होंने साथ ही कहा कि महिला हॉकी टीम में शानदार खिलाड़ी हैं जो लगातार कड़ी मेहनत करते हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि हार और जीत जिंदगी का हिस्सा हैं। इस हार से उन्हें किसी भी तरह से निराश नहीं होना चाहिए।
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महिला हॉकी टीम की सेमीफाइनल में हार से कुछ भारतीय खेलप्रेमियों का दिल जरूर टूटा होगा लेकिन अभी मेडल जीतकर इतिहास रचने का मौका उसके पास है। भारत के पास अभी ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका है जिसके लिए शुक्रवार को उसका सामना ग्रेट ब्रिटेन से होगा। फाइनल में अर्जेंटीना का सामना नीदरलैंड से होगा।
इससे पहले भारतीय टीम ने तीन बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को क्वार्टर फाइनल में 1-0 से हराकर पहली बार सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। भारतीय टीम 1980 के मॉस्को ओलंपिक में छह टीमों में चौथे स्थान पर रही थी। उस समय पहली बार ओलंपिक में महिला हॉकी को शामिल किया गया था और राउंड रॉबिन फॉर्मेट में मुकाबले खेले गए थे।