सबसे पहले आप अपने क्रेडिट कार्ड (Credit Card) की बैलेंस अमाउंट को दूसरे क्रेडिट कार्ड (Credit Card) में ट्रांसफर करा सकते हैं जिसमें ब्याज दरें कम हो. अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको अलग क्रेडिट पीरियड मिल जाता है. ऐसे में बिना ब्याज बढ़े आपको पेमेंट करने के लिए एक्सट्रा टाइम मिल जाता है.
क्रेडिट कार्ड (Credit Card) के पेमेंट को EMI में कन्वर्ट करें. आज EMI में पैसा चुकाने की सहूलियत काफी पॉपुलर हो रही है. अगर आप EMI में बदलवाते हैं तो आपको टोटल अमाउंट पर ज्यादा ब्याज नहीं देना पड़ेगा.
कई क्रेडिट कार्ड (Credit Card) आपको अपने रिवॉर्ड पॉइंट से बिल भरने की सुविधा देता है. ऐसे में अगर आपके पास रिवॉर्ड पॉइंट या कैशबैक है तो आप उसे अपना बिल भरने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.
‘अगली बार झटका ही देखने को मिलेगा…, सलमान खान को फिर मिली धमकी
इन सभी के साथ क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का बिल भी आपको समय पर भरना चाहिए. इससे आपके ऊपर लेट फीस या अदर चार्जेज नहीं लगते हैं.
अगर आप किसी कारण से क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का बिल नहीं जमा कर पा रहे हैं तो आप ऐसे में आप पर्सनल लोन ले सकते हैं. आपको कम इंटरेस्ट रेट पर पर्सनल लोन मिल जायेगा और उसके पैसों से आप क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का बिल जमा कर सकते हैं.