• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

शिवरात्रि पर इस तरह करें भोलेनाथ की आराधना

Desk by Desk
19/07/2020
in Main Slider, ख़ास खबर, धर्म, फैशन/शैली, राष्ट्रीय
0
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

धर्म डेस्क। सावन में भोले भक्ति से घर-घर गूंजता है। 19 जुलाई यानी कल सावन की शिवरात्रि है जिसका सावन में आने से महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। अगर इस दिन सच्चे मन से व्यक्ति भोलेनाथ को याद करता है तो उसे विशेष फल मिलता है। साथ ही भोलेनाथ का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। इस दिन अगर आप शिवलिंग पर बेलपत्र और जलाभिषेक करते हैं तो इसका फल व्यक्ति को अवश्य मिलता है। यहां हम आपको शिवरात्रि की पूजा कैसे की जाए इसकी जानकारी दे रहे हैं।

इन चीजों की होगी आवश्यकता:

तांबे का पात्र, सूखे मेवा, धूपबत्ती, दूध, वस्त्र, लोटा, चावल, अष्टगंध, दीपक, मिठाई, तेल, रुई, चंदन, धतूरा, नारियल, अकुआ के फूल, बिल्वपत्र, जनेऊ, फल, पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद व शक्कर), पान, दक्षिणा।

इस तरह करें शिवरात्रि की पूजा:

सुबह उठकर नित्यकार्य कर निवृत हो जाएं। फिर एक शुद्ध आसन पर बैठ जाएं। अपने पास उपरोक्त सभी पूजन-सामाग्री को रखें। साथ ही रक्षादीप जला लें। इसके बाद आपको स्वस्ति पाठ करना होगा। पढ़ें स्वस्ति पाठ: स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवा:, स्वस्ति ना पूषा विश्ववेदा:, स्वस्ति न स्तारक्ष्यो अरिष्टनेमि स्वस्ति नो बृहस्पति र्दधातु। यह पाठ करने के बाद पूजा का संकल्प लें। फिर गणेश जी और माता पार्वती जी का स्मरण करें। इसके बाद एक साफ थाल में भगवान शिव की प्रतिमा को बैठाएं और उन्हें गंगाजल स्नान, दही स्नान, घी स्नान और शहद से स्नान कराएं। फिर पंचामृत से स्नान कराएं। फिर शिव जी को वस्त्र पहनाएं। फिर उन्हें बेलपत्र, फूल, इत्र और माला को चढ़ाएं। इसके बाद भोग लगाएं। भोग में आप फल, पान-नारियल, दक्षिणा चढ़ा सकते हैं। इसके बाद शिव की आरती करें। अंत में शिव जी से क्षमा याचना करें। इसका मंत्र: आह्वानं ना जानामि, ना जानामि तवार्चनम, पूजाश्चैव न जानामि क्षम्यतां परमेश्वर: है।

अगर आप आप रूद्राभिषेक, लघुरूद्र, महारूद्र आदि विशेष अनुष्ठान इस दिन आयोजित कर रहे हैं तो आपको नवग्रह, कलश, षोडश-मात्रका का भी पूजन करना आवश्यक होता है।

Tags: Lifestyle and Relationshiplord shivasawan shivratri 2020Shivratri puja vidhiShivratri pujanजलाभिषेक
Previous Post

हवाई सर्वेक्षण कर खानापूर्ति के बजाय बाढ़ प्रभावितों को राहत पहुंचाये सरकार : लल्लू

Next Post

अखिलेश ने ट्वीट कर पूछा सवाल – क्या उत्तर प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज़ है !

Desk

Desk

Related Posts

saffron
धर्म

नहाने के पानी में मिलाएं ये एक चीज, होंगे कई फायदे

22/06/2025
Face Pack
फैशन/शैली

तपती गर्मी में लगाए ये फेस पैक, चेहरे पर आएगी चमक

22/06/2025
scars
फैशन/शैली

दाग-धब्बे चेहरे से हो जाएंगे उड़न छू, ट्राई करें ये टिप्स

22/06/2025
Financial Lost)
धर्म

पैसे रखते समय न करें ये गलती, वरना हो जाएंगे कंगाल

22/06/2025
Sesame
फैशन/शैली

जोड़ों के दर्द को करें दूर, यहां जानें उपाय

22/06/2025
Next Post

अखिलेश ने ट्वीट कर पूछा सवाल - क्या उत्तर प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज़ है !

यह भी पढ़ें

Murder

किसान यूनियन नेता की गोली मारकर हत्या

27/11/2021

Budget 2022: अर्थव्यवस्था के सात इंजन से मिलेगी आर्थिक वृद्धि को मजबूती

01/02/2022
योगी आदित्यनाथ के ओजस्वी विचार Ojasvi Thoughts of Yogi Adityanath

‘योगी आदित्यनाथ के ओजस्वी विचार’  नामक पुस्तक का विमोचन

19/12/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version