सनातन धर्म में भगवान गणेश की पूजा का सर्वप्रथम की जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, गणेश भगवान की पूजा किए बिना किसी भी देवी-देवता की पूजा पूर्ण नहीं मानी जाती है। इन्हें प्रथम पूज्यनीय देवता कहा जाता है। बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। प्रत्येक मास के शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में चतुर्थी तिथि पड़ती है जो इनकी कृपा पाने के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। इस बार मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष और साल 2023 कि आखिरी विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi) कब मनाई जाएगी।
विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi) – 16 दिसंबर 2023 शनिवार
विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi) पूजा का मुहूर्त – 16 दिसंबर 2023 दिन शनिवार को सुबह 11 बजकर 15 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 19 मिनट तक।
श्री गणेश को सिंदूर बहुत प्रिय है इसी के साथ आप इनका सबसे प्रिय भोग मोदक इनको चढ़ा सकते हैं। विनायक चतुर्थी के दिन आग, पीपल या नीम से बने गणेश जी की प्रतिमा घर के मुख्य द्वार पर लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है और साथ ही धन तथा सुख में वृद्धि होती है। गणेश विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi) के दिन गणपति जी को 21 लड्डुओं अथवा मोदक का भोग लगाने से घर में सुख-समृद्धि आती है।