हिंदू धर्म में मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) अति विशेष मानी गई है। मौनी अमावस्या के दिन स्नान, दान करना बहुत शुभ माना जाता है। हिंदू धर्म शास्त्रों में कहा गया है कि मौनी अमावस्या पर जो भी स्नान और दान करता है उसे पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। मौनी अमावस्या पर व्रत भी रखा जाता है। मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) पर स्नान, दान और व्रत के साथ-साथ पेड़ पौधों के पूजन का भी विधान है। मान्यता है कि इस दिन पेड़ पौधों के पूजन से भगवान का आर्शीवाद प्राप्त होता है। इतना ही नहीं इस दिन पेड़ पौधों का पूजन करने से पितर भी प्रसन्न होते हैं। आइए जानते हैं कि इस दिन किन पेड़ों की पूजा करनी करनी चाहिए।
इस साल मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) कब
इस साल मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) की तिथि का शुभारंभ 28 जनवरी शाम को 7 बजकर 35 मिनट पर होगा। वही अगले दिन 29 जनवरी सुबह 6 बजकर 5 मिनट तक रहेगी। ऐसे में मौनी अमावस्या 29 जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन व्रत भी रखा जाएगा। इस दिन महाकुंभ में दूसरा अमृत स्नान भी किया जाएगा।
मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) पर इन पेड़ों की करनी चाहिए पूजा
तुलसी
हिंदू धर्म में तुलसी बहुत महत्वपूर्ण मानी गई है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, तुलसी में माता लक्ष्मी वास करती हैं। तुलसी को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। यही कारण है कि जगत के पालनहार भगवान विष्णु को तुलसी अत्यंत प्रिय है। मौनी अमावस्या के दिन तुलसी को जल में कच्चा दूध मिलाकर अर्पित करना चाहिए। तुलसी के पास दीपक जलाना चाहिए। इस दिन तुलसी पर कलावा बांधने की भी मान्यता है। ऐसा करने से जीवन के सभी दुख दूर हो जाते हैं। साथ ही भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
पीपल
हिंदू धर्म शास्त्रों में पीपल के पेड़ को बहुत शुभ गया है। मान्यताओं के अनुसार पीपल के मूल में भगवान विष्णु, तने में भगवान शिव और अग्र भाग में ब्रह्मा जी वास करते हैं। मौनी अमावस्या पर पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। मौनी अमावस्या के दिन पीपल पर दूध चढ़ाना चाहिए। 7 बार पीपल के पेड़ की परिक्रमा करनी चाहिए। पितरों के लिए इस दिन पीपल के पेड़ के पास दिया भी जलाना चाहिए।