लखनऊ। अपराधिक मामलों में पकड़ी गयी गाडिय़ा थानों, ट्रैफिक पुलिस लाइन और आरटीओ कार्यालय में सालों से खड़ी होकर जगह घेर रही है। अब इन गई गाडिय़ों का नया ठिकाना अर्जुनगंज में होगा।
यहां तीनों विभाग के समन्यवय से शहीदपथ के किनारे करीब 17 बीघा जमीन में यार्ड बनाने की तैयारी है। तीनों विभागों द्वारा जमीन का चिन्हांकन कर लिया गया है। जल्द ही विभागों द्वारा सीजिंग कार्यवाही में पकड़ी गई गाडिय़ां यहां खड़ी की जाएंगी।
राजधानी के सभी थानों में सालों से खड़ी गाडिय़ां कबाड़ हो चुकी हैं। आलम यह है कि जहां गाडिय़ां खड़ी हैं वहां झाड़-झंखाड़ तक हो गया है। बारिश और धूल के कराण गाडिय़ों की हालत बदतर होती जा रही है। गाजीपुर, हजरतगंज समेत कई थाने तो ऐसे हैं कि परिसर के अंदर गाडिय़ां खड़ी होने की जगह ही नहीं बची है। गाजीपुर थाने के बाहर बड़ी सं या में सीज की हुई गाडिय़ां खड़ी हैं। यह सभी गाडिय़ां अब इस यार्ड में पहुंचाई जाएंगी। इसके बाद थानों में भी साफ -सफाई हो सकेगी। इन गाडिय़ों के कारण बहुत गंदगी रहती है।
24 घंटे रहेगी सुरक्षा
यार्ड में टीन सेड डलवाया जाएगा। इसके साथ ही सुरक्षा के लिहाज से तीन शि ट में गार्ड की ड्यूटी 24 घंटे की होगी। जो भी गाडिय़ां जाएंगी वह कहां से आई हैं। इसके लिए एक रजिस्टर में एंट्री होगी। डीसीपी ट्रैफिक याति गर्ग ने बताया कि थानों, ट्रैफिक पुलिस लाइन और आरटीओ कार्यालय द्वारा सीज की गई गाडिय़ों को खड़ी करने में काफी दिक्कतें हो रही हैं। थानों में हजारों की सं या में गाडिय़ां खड़ी हैं। जिसके कारण परिसर में गंदगी भी हो जाती है। अर्जुनगंज में शहीदपथ के पास एक जमीन में यार्ड बनाया जा रहा है। यह सभी गाडिय़ां वहीं पर खड़ी की जाएंगी।