लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर बैठक कर 34 जिलों के 100 अकांक्षात्मक विकास खंडों के विकास कार्यों की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा की और दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आकांक्षात्मक जिलों की तर्ज पर राज्य सरकार ने आकांक्षात्मक विकासखंडों के सामाजिक-आर्थिक सुधार के लिए विशिष्ट प्रयास की कार्ययोजना तैयार की है।
मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने कहा कि आकांक्षात्मक विकासखंडों के समग्र विकास के लिए आईआईटी और आईआईएम के विद्यार्थियों का सहयोग लिया जाना चाहिए। राज्य सरकार के प्राविधिक एवं तकनीकी विश्वविद्यालयों, संस्थानों के छात्रों को भी इससे जोड़ा जाए।
फेलोशिप योजना के तहत हर ब्लॉक में एक युवा की दो साल के लिए हो तैनाती
मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi) ने कहा कि आकांक्षात्मक विकास खंडों की सतत मॉनीटरिंग और वास्तविक स्थिति के सटीक आंकलन के लिए विशिष्ट फेलोशिप कार्यक्रम शुरू किया जाए। तकनीकी और प्रबंधन डिग्रीधारी विजनरी युवाओं के लिए यह एक शानदार अवसर होगा। इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए युवाओं का चयन पारदर्शी व्यवस्था के माध्यम किया जाए। शैक्षिक संस्थानों से सीधे युवाओं का चयन किया जा सकता है। इनकी तैनाती दो वर्ष के लिए की जाए। फेलोशिप अंतर्गत इन युवाओं को अच्छी मासिक अध्येतावृत्ति दी जाए। इन्हें टैबलेट, स्मार्टफोन आदि तकनीकी उपकरण भी प्रदान किया जाए। यथासम्भव विकास खंड मुख्यालय पर इनके लिए आवासीय व्यवस्था की जानी चाहिए।
सीएम योगी ने पीएम के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियों का लिया जायजा
आकांक्षात्मक विकासखंडों में कार्य करने का यह अवसर प्रदेश के युवाओं को विकास के क्षेत्र में मूल्यवान अनुभव प्रदान करने, युवा नेतृत्व को विकसित करने, लोक प्रशासन के बारे में उनकी समझ को मजबूत करने और उन्हें भविष्य में नेतृत्व की भूमिकाओं हेतु तैयार करने में उपयोगी होगा। कार्यक्रम से शोधार्थियों को विकास के विभिन्न क्षेत्रों को समझने तथा उनमें सहयोग करने का सुअवसर प्राप्त होगा, जो उनके भविष्य निर्माण में भी सहायक होगा।
फेलोशिप कार्यक्रम के अंतर्गत शोधार्थियों को प्रदेश सरकार के साथ नीति, शासन, प्रबन्धन, कियान्वयन अनुश्रवण के कार्यों में सहभागिता का विशिष्ट अवसर प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने कहा कि कुल 34 जिलों में 100 आकांक्षात्मक विकासखंडों का चयन पूर्ण हो गया है। स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास तथा आधारभूत संरचना आदि क्षेत्र के तय 75 इंडिकेटर पर इन आकांक्षात्मक विकासखंडों के समग्र विकास के प्रयास किए जाएं।
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उन्होंने कहा कि मई 2022 को बेसलाइन मानते हुए चयनित इंडिकेटर पर ब्लॉकवार सूचना वर्तमान माह के अंत एक एकत्रित कर ली जाए। इसके उपरांत हर माह की 15 तारीख तक संबंधित जिले प्रगति विवरण फीड करें। इसकी पुष्टि सम्बंधित विभागों द्वारा भी कराई जाए। इसकी प्रगति को सीएम डैशबोर्ड से भी जोड़ा जाए।
ब्लॉकों में कोई सरकारी पद रिक्त न रहे
आकांक्षात्मक विकासखंडों का विकास हमारी प्राथमिकता में है। यहां मैनपॉवर की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि इन विकास खंडों में बीडीओ, खंड शिक्षा अधिकारी, एडीओ पंचायत, सीडीपीओ, पशु चिकित्सा अधिकारी, राजस्व कर्मी की तैनाती रहे। इन क्षेत्रों में अपेक्षाकृत युवा, ऊर्जावान और विजनरी अधिकारियों की तैनाती की जानी चाहिए।
आकांक्षात्मक विकासखंडों में बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शौचालय, आंगनबाड़ी केंद्र, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की स्थापना जरूर हो। आकांक्षात्मक विकासखंडों के समग्र विकास के लिए आईआईटी और आईआईएम के विद्यार्थियों का सहयोग लिया जाना चाहिए। राज्य सरकार के प्राविधिक एवं तकनीकी विश्वविद्यालयों, संस्थानों के छात्रों को भी इससे जोड़ा जाए।
संबंधित जिले के मुख्य विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया जाए। यह नोडल अधिकारी विकास खंड में होने वाले विकास कार्यों, उपलब्ध कराए जा रहे डेटा की शुचिता और वास्तविकता के प्रति जवाबदेह होगा।