मेरठ। महिला हो या पुरुष समाज में सब को जीने का समान अधिकार है और सरकार ने भी सभी को समान अधिकार दिए हैं। ऐसे में इस समाज के बीच एक ऐसा तबका भी है जिसको हर कोई अनदेखा कर देता है। क्योंकि उसके पास कोई अपनी पहचान नहीं है ना तो वह पुरुष है और ना ही वह महिला है, जी हां वह समुदाय है ट्रांसजेंडर्स यानी किन्नर समुदाय (Transgender community)। अब उत्तर प्रदेश के किन्नर समुदाय को उनका अधिकार देने के लिए योगी सरकार ने हर स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए हैं।
प्रणाम पत्र से मिलेगा समानता का लाभ
अब उत्तर प्रदेश में तमाम प्रमाण पत्रों की तरह ट्रांसजेंडर सर्टिफिकेट भी बनाया जा रहा है। जिसके बाद किन्नर समाज (Transgender community) सरकार की तमाम योजनाओं का लाभ ले सकेंगे। शिक्षा चिकित्सा हो जहां भी वह अपना यह सर्टिफिकेट दिखाएंगे वहां उनको उनसे संबंधित हर योजना का लाभ आसानी से मिल जाएगा।
वृंदा और वंशिका करेंगी किन्नरों का प्रतिनिधित्व
मेरठ की बात की जाए तो मेरठ में अब तक कुल 5 ट्रांसजेंडर सर्टिफिकेट बन चुके हैं। इतना ही नहीं योगी सरकार द्वारा ट्रांसजेंडर हेतु कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की निगरानी और देखरेख किये जाने के लिए जनपद स्तरीय किन्नर कल्याण बोर्ड समिति का गठन भी हो चुका है। मेरठ में बनाई गई इस किन्नर कल्याण बोर्ड समिति के अध्यक्ष जिला अधिकारी हैं, सीएमओ जिला विद्यालय निरीक्षक, बाल विकास परियोजना अधिकारी, सहित तमाम विभागों को इस समिति में शामिल किया गया है। इसके अलावा दो किन्नर वृंदा यादव और वंशिका मसंद इस समिति में शामिल हैं जो किन्नर समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हुए उनके बीच जाएंगी और तमाम किन्नरों को सरकार की योजनाओं के लिए जागरूक करेंगी।
पहचान पत्र होगा खास
जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनील कुमार का कहना है कि योगी सरकार द्वारा ट्रांसजेंडर सर्टिफिकेट तो बनाया ही जा रहा है साथ ही साथ इनका अलग से पहचान पत्र भी जारी किया जा रहा है। यह पहचान पत्र अपने आप में खास होगा क्योंकि आने वाले समय में इसी पहचान पत्र से आयुष्मान भारत जैसी तमाम योजनाओं का लाभ भी उठा सकेंगे।
ऑनलाइन भी होगा रजिस्ट्रेशन
सर्टिफिकेट और परिचय पत्र बनवाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर आसानी से बन जाएगा। जिसके लिए आपको अपना एफिडेविट जिला समाज कल्याण विभाग में जमा कराना पड़ेगा।
हर थाने में होगा उभयलिंगी सुरक्षा सेल
अब प्रत्येक पुलिस थाने में एक उभयलिंगी सुरक्षा सेल की स्थापना भी की जाएगी। जहां उभयलिंगी व्यक्तियों के विरुद्ध अपराधों की निगरानी करने और मामलों को समय से पंजीकृत करने जांच और अभियोजन सुनिश्चित करने के लिए यह सेल काम करेगी। यह सेल जिलाधिकारी और पुलिस महानिदेशक के प्रभार में स्थापित होगी इसकी जिम्मेदारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पर रहेगी।
सार्वजनिक स्थलों पर बनेंगे यूनिसेक्स शौचालय
अब किन्नर को भी योगी सरकार द्वारा हर सुविधा दी जाएगी। किन्नरों के लिए नगर निगम, क्षेत्रीय परिवहन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, समस्त शिक्षण संस्थान सहित तमाम सार्वजनिक स्थलों पर यूनिसेक्स शौचालय बनाए जाएंगे।
आत्मनिर्भर बनाने के लिए योगी सरकार ने उठाया कदम
किन्नर समुदाय (Transgender community) के बच्चे या परिवार के अन्य सदस्य यदि रोजगार करना चाहते हैं तो उन्हें प्रशिक्षित कर अनुदान देकर आत्मनिर्भर बनाने की योजना भी सरकार ने बना ली है। जिसके लिए कौशल विकास मिशन, आईटीआई, क्षेत्रीय सेवायोजन विभाग काम कर रहे हैं। इन सभी विभागों द्वारा किन्नर समुदाय के लोगों को प्रशिक्षित कर रोजगार देकर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।
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आपको बता दें कि किन्नर समुदाय (Transgender community) की अपनी किसी पहचान का कोई प्रमाण पत्र या पहचान पत्र ना होने की वजह से उनको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। शिक्षा हो चिकित्सा हो या फिर कोई अन्य सुविधा उनको सभी से वंचित रहना पड़ता था। इसके चलते किन्नर समुदाय के लोग अपना और अपने परिवार का पेट पालने के लिए दूसरों की खुशी के मौके पर नाच गाकर बधाई मांगते हैं या फिर अपनी पहचान छुपाते हुए समाज के बीच में खामोश रहते हैं। लेकिन अब योगी सरकार ने इन किन्नरों को सम्मान के साथ साथ उनका अधिकार भी दे दिया है। अब किन्नर भी एक आम व्यक्ति की तरह सरकार की तमाम योजना का लाभ तो ले ही सकता है साथ ही साथ समाज के हर क्षेत्र में अपनी भागीदारी भी निभा सकते हैं।