आम आदमी पार्टी (आप) जिला अध्यक्ष अलताफ अहमद ने कहा कि योगी जी “लाठी मारे या जेल भेजें, आवाज को बंद नहीं कर सकते।”
अलताफ अहमद ने मंगलवार को कहा कि आप कार्यकर्ता किसानों के भारत बंद के आह्वान के समर्थन में केन्द्र की मोदी सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण ढ़ंग से विरोध दर्ज करा रही थी जिसे योगी जी की पुलिस ने गिरफ्तार कर अपने तानाशाही रवैये का परिचय दिया है। क्या मोदी-योगी सरकार के राज में अब विपक्ष सरकार के किसी काले कानून का विरोध दर्ज नहीं करा सकता।
उन्होने आरोप लगाया कि जब से भाजपा सरकार सत्ता में आयी है तब से लगातार तानाशाही रवैया अपना रही है। योगी जी आप चाहे नजरबंद करिए, गिरफ्तार करिए, लाठी मारें या जेल भेजें,हमारी आवाज दबा नहीं सकते । किसान विरोधी इस काले कानून के खिलाफ सड़क से लेकर संसद तक की लड़ाई अगर लड़नी पड़े तो “आप” लड़ेगी।
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उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री को जबरन कृषि कानून को किसानों पर नहीं थोपना चाहिए। उन्हें किसानों से बातचीत कर बीच का रास्ता निकलना चाहिए और सब की सहमति से कानून बनाना चाहिए। काला कानून किसानों पर जबरन थोपना चाहते हैं। उन्होने बताया कि किसानों का कहना है कि इस कानून में कही पर भी एमएसपी अनिवार्य नहीं किया गया है जिसकी वजह से उन्हें अपनी फसल को औने-पौने दाम पर बेचना पड़ रहा है। प्रयागराज का एक-एक कार्यकर्ता किसानों के साथ कंधे से कंध मिला कर खड़ा है।
डा अलताफ ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके घर में नजरबंद करके प्रधानमंत्री ने यह साबित कर दिया कि वह किसानों का कहीं से भी हित नहीं चाहते। उन्होने आरोप लगाया कि अपने खास मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए किसी भी हद तक किसानों का नुकसान कर सकते हैं।
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पुलिस ने आप जिला महासचिव सर्वेश यादव, महानगर अध्यक्ष ज्योति प्रकाश चौबे, प्रदेश सचिव अंजनि मिश्रा, महीिला महासचिव सानिया मिर्जा, राष्ट्रीय परिषद की सदस्य श्रीमती शिमला श्री, दक्षिणी विधानसभा अध्यक्ष मोहम्मद जैद एवं एक दर्जन कार्यकताओं को गिरफ्तार किया।