प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार देर रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता कर प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति तथा कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि कुछ स्वार्थी तत्व यह अफवाह फैलाने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं कि निजी प्रयोगशालाएं कोविड जांच नहीं कर रहीं। जबकि वास्तविकता इसके विपरीत है। प्रदेश में अभी तक लगभग 17 लाख कोविड टेस्ट निजी प्रयोगशालाओं द्वारा किये गए हैं। इनमें 8,84,330 आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट, 3,18,278 ट्रू नैट टेस्ट तथा 4,98,372 रैपिड एंटीजन टेस्ट निजी लैब्स में किये जा चुके हैं।
राज्य सरकार द्वारा निजी लैब की क्षमता के अनुरूप टेस्टिंग कार्य कराया जा रहा है। इसके बारे में मीडिया के माध्यम से जानकारी भी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ प्रदेश सरकार कार्यवाही करेगी।
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मुख्यमंत्री ने उन्हें अवगत कराया कि राज्य सरकार कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। कोविड-19 की रोकथाम के लिए आईसीयू बेड्स की उपलब्धता के साथ-साथ ऑक्सीजन की अनवरत आपूर्ति, ट्रैक और ट्रेस करते हुए व्यापक टेस्टिंग की रणनीति पर कार्य किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने प्रदेश में निजी प्रयोगशालाओं द्वारा आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट किए जाने के बारे में मुख्यमंत्री से जानकारी प्राप्त की। इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि प्रदेश में 104 निजी प्रयोगशालाएं तथा 125 सार्वजनिक क्षेत्र की प्रयोगशालाएं कोविड टेस्ट कार्य में संलग्न हैं। इस संदर्भ में अब तक कुल 03 करोड़ 84 लाख से अधिक कोविड टेस्ट हो चुके हैं। 18 अप्रैल, 2021 को निजी प्रयोगशालाओं द्वारा लगभग 19 हजार से अधिक आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट किए गए हैं।
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उन्होंने प्रधानमंत्री को यह भी जानकारी दी कि राज्य सरकार द्वारा समस्त जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने जनपद में निजी प्रयोगशालाओं की आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने का प्रयास करें और इस क्षमता वृद्धि का पूरा उपयोग भी करें।
यह भी निर्णय लिया है कि यदि निजी प्रयोगशालाओं के पास आर0टी0पी0सी0आर0 जांच के लिए पर्याप्त संख्या में सैम्पल उपलब्ध नहीं हैं तो जिला प्रशासन सरकारी संस्थाओं द्वारा संकलित सैम्पल आर0टी0पी0सी0आर0 जांच के लिए निजी प्रयोगशालाओं को भेजे। इसके लिए 500 रुपये प्रति सैम्पल की दर से निजी प्रयोगशालाओं को भुगतान किया जाएगा। इस सम्बन्ध में समस्त सम्बन्धित को निर्देशित किया जा चुका है।