हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का बहुत महत्व है। एकादशी हर महीने पड़ती है। एक माह में दो एकादशी आती हैं, पहली कृष्ण पक्ष में दूसरी शुक्ल पक्ष में। निर्जला एकादशी के बाद योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi ) आती है, जो हिंदू माह आषाढ़ के कृष्ण पक्ष में होती है, अर्थात ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार जून-जुलाई का महीना। योगिनी एकादशी को आषाढ़-कृष्ण एकादशी के नाम से भी जाना जाता है।
मान्यता है कि योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi ) के दिन उपवास रखने और साधना करने से समस्याओं का अंत हो जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से पापों से मुक्ति मिलती है। कहा जाता है कि अगर इस दिन उपवास रखा जाए और साधना की जाए तो हर तरह के पापों का नाश होता है।
योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi ) के दिन जरूरतमंदों को पीले वस्त्र का दान करें। भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए जूते या चप्पल और बर्तन का दान करें। योगिनी एकादशी का व्रत वास्तव में बलशाली और सौभाग्यदायक होता है।
योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi ) 2024 तिथि
योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi ) तिथि का प्रारम्भ 01 जुलाई, 2024 सोमवार सुबह 10:26 मिनट पर शुरु हो जाएगी।
वहीं एकादशी तिथि समाप्त 02 जुलाई, 2024 मंगलवार को सुबह 08:42 मिनट पर समाप्त हो जाएगी।
इसी कारण योगिनी एकादशी का व्रत 02 जुलाई, मंगलवार के दिन रखा जाएगा।
योगिनी एकादशी व्रत का पारण 03 जुलाई को किया जाएगा।
आप योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi ) व्रत रखने जा रहे हैं तो दशमी की रात से लेकर द्वादशी के सुबह पारण करने तक अन्न ग्रहण न करें। हालांकि इस व्रत में आप फलों का सेवन कर सकते हैं। एकादशी वाले दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए और शाम के वक्त नहीं सोना चाहिए। वहीं रात में जागकर भगवान का कीर्तन किया जाता है।