उन्नाव। उन्नाव कलेक्ट्रेट गेट पर उस समय हड़कंप मच गया, जब एक युवक ने 10 लाख के बंदरबांट घोटाले की शिकायत पर कार्रवाई ना होने का आरोप लगाते हुए खुद पर पेट्रोल छिड़क कर आत्मदाह (Self-Immolation) करने का प्रयास किया। गेट पर मौजूद होमगार्ड की सक्रियता से बड़ी घटना टल गई।
आत्मदाह का प्रयास करने वाले युवक को पुलिस ने हिरासत में लेकर जिला अस्पताल भेज दिया। वहीं आत्मदाह का प्रयास करने वाले युवक ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं जिला पंचायत राज अधिकारी ने एक हफ्ते के अंदर जांच आख्या के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई का दावा किया।
उन्नाव के मियागंज ब्लॉक के अहरा डडिया के रहने वाले मुकेश रावत ने कलेक्ट्रेट गेट पर खुदपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। बताया जा रहा है की मुकेश रावत ने ग्राम पंचायत में घोटाले की शिकायत पर कार्रवाई न होने से परेशान होकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर खुद पर पेट्रोल डाल लिया। युवक के द्वारा खुद पर पेट्रोल छिड़कता देख कलेक्टरेट की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों ने युवक को आग लगाने से पहले ही कब्जे में लिया। युवक के आत्मदाह (Self-Immolation) के प्रयास की सूचना से हड़कंप मच गया। आनन – फानन में पुलिस मौके पर पहुंची।
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पुलिस ने आत्मदाह का प्रयास करने वाले मुकेश रावत को हिरासत में लेकर जिला अस्पताल ले गई। युवक का आरोप है कि मियागंज ब्लॉक के अहरा डडिया ग्राम पंचायत में विकास कार्यों में घोटाले की शिकायत पर कार्रवाई में लापरवाही बरती गई।
युवक ने आरोप लगाते हुए कहा कि डीएम और सीडीओ के पास हमने अपनी ग्राम पंचायत में हुए विकास कार्यों में कम से कम 10 लाख के घोटाले की शिकायत की गई थी, जिले का आदेश बीडीओ को भेज दिया जाता है, बीडीओ वहां आदेश रफा दफा कर देता है। मुकेश ने कहा की कोई कार्रवाई नहीं होती इसलिए मरने का प्रयास किया।