नई दिल्ली। लीबिया की राजधानी त्रिपोली में मई 2010 में एक चमत्कार देखने को मिला था, साल 2010 में लीबिया में हुए एक प्लेन हादसे (Air Crash) में सिर्फ एक यात्री को छोड़कर सभी की जान गई थी।
अफ्रीकिया एयरलाइन का एक प्लेन मई 2010 में लीबिया में क्रैश (Air Crash) हो गया था, जिसकी वजह से इस प्लेन में सवार सिर्फ एक यात्री को छोड़कर सभी की मौत हो गई थी। इस क्रैश में रुबेन वॉन एस्सोव नाम के एक बच्चे की जन बची थी, उन्हें रेस्कयू टीम ने प्लेन के मलबे के बीच से निकाला था।
त्रिपोली के लिए जाने वाली फ्लाइट त्रिपोली एयरपोर्ट (Tripoli Airport) पर लैंड करने से पहले अपने अप्रोच से फिसल गई थी जिससे उसके दो टुकड़े हो गए थे, इसी वजह से प्लेन में सवार सभी यात्रियों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी, क्रैश के बाद राहत और बचाव के कार्य के दौरान रेस्कयू टीम ने एक बच्चे को बचाया था। बचाव के बाद रेस्कयू टीम उस बच्चे को अस्पताल लेकर गई जहां उसका इलाज चला और उसके पैर का ऑपरेशन हुआ, गहरी पैर में गहरी चोट के इलाज के बाद बच्चे को बचाया गया।
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इसी क्रैश (Air Crash) में रुबेन के माता – पिता की भी जान चली गई थी। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी मेंशन है कि जब उससे पूछा गया कि वह कहां से है, तो उसने जवाब दिया, ‘हॉलैंड… हॉलैंड’। यह भगवान का एक चमत्कार ही था कि जिस प्लेन क्रैश (Air Crash) में सभी यात्रियों को अपनी जान गंवानी पड़ी हो उस क्रैश में से महज एक बच्चा जिंदा वापस निकल सका।
उस क्रैश (Air Crash) की हुई जांच के अनुसार पायलट ने त्रिपोली पहुंचते ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल को प्लेन में कुछ गड़बड़ी की बात कही थी। जिस वक्त प्लेन क्रैश हुआ था, उस वक्त त्रिपोली का मौसम लैंडिंग के माकूल भी था। रुबेन इस क्रैश के बाद अपने रिश्तेदारों के साथ रहने लगे थे।