उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हुए हिमस्खलन (Avalanche) में 27 पर्वतारोहियों (Mountaineers) की मौत हो गई है। अब तक 11 शवों को उत्तरकाशी लाया जा चुका है और उनकी पहचान की जा चुकी है।
कई घंटों तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद NIM की ओर से यह आंकड़ा जारी किया गया है। मंगलवार को यहां बड़ा हादसा हो गया था। यहां 17,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी पर हुए हिमस्खलन में करीब कई ट्रैकर्स फंस गए थे।
NIM की ओर से एक लिस्ट जारी की गई है। इसमें बताया गया है कि हिमस्खलन में अब तक 27 पर्वतारोहियों की मौत हो चुकी है। इसमें दो इंस्ट्रक्टर और 27 ट्रेनी पर्वतारोही शामिल थे। लेकिन शवों को लाने में मौसम बाधक बना हुआ है। लिहाजा सिर्फ 11 शवों को ही अब तक उत्तरकाशी लाया गया है।
NIM ने रेस्क्यू बुलेटिन में कहा है कि 4 अक्टूबर को 4 बॉडी मिली थीं, इसमें दो इंस्ट्रक्टर और 2 ट्रेनी पर्वताहोरी शामिल थे। वहीं 6 अक्टूबर को 15, 7 अक्टूबर को 7 और 8 अक्टूबर (शनिवार) को 1 बॉडी मिली है। NIM ने कहा है कि हिमस्खलन में अब तक 27 की मौत हो गई है, जबकि 2 ट्रेनी अभी भी लापता हैं।
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नेहरु पर्वतारोहण संस्थान (NIM) का डोकरानी बामक ग्लेश्यिर में द्रोपदी डांडा-2 पहाड़ी पर बीते 22 सितंबर से बेसिक/एडवांस का प्रशिक्षण चल रहा था। इसी दौरान 4 अक्टूबर को यहां हिमस्खलन हुआ था। एवलांच के बाद NIM ने भी अपने स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। साथ ही SDRF, NDRF, NIM व अन्य बचाव इकाइयों द्वारा युद्धस्तर पर रेस्क्यू अभियान चलाया गया। लेकिन मौसम ज्यादा खराब होने के कारण कई बार रेस्क्यू कार्य को बीच मे ही रोकना पड़ा था।