वैश्विक महामारी कोरोना (Covid – 19) का संक्रमण भारत में लगातार बढ़ता जा रहा है। पिहले 24 घंटों में करीब 75 हजार लोग इस वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। वहीं अंडमान द्वीप समूह (Andaman and Nicobar Islands) भी इस संक्रमण से अछूता नहीं है। अंडमान द्वीप समूह में रहने वाली वाली और तेजी से घाट रही एक जनजाति के 4 सदस्य भी कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसी प्रकार वहीं ओडिशा में हिल जनजाति का एक सदस्य भी कोरोना संक्रमित मिला है।
ब्रिटिश राज में हुई थी हजारों की हत्या
अंडमान द्वीप समूह में संक्रमित मिले 4 सदस्य ग्रेट अंडमानी जनजाति (Great Andamanese Tribe) से हैं। ये बंगाल की खाड़ी स्थित अंडमान द्वीप समूह में हजारों सालों से रह रहे हैं। ग्रेट अंडमानी मंगोलयाड और अफ्रीकन मूल की छह जनजातियों में से एक हैं। 19वीं सदी में ब्रिटिश शासन के दौरान इनकी कम्युनिटी के हजारों लोगों की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद कई लोगों की बीमारियों से मौत हो गई। इस जनजाति के केवल 50 सदस्य ही बच पाए हैं।
अंडमानी जनजाति को बचाने की पूरी कोशिश हो रही
अंडमान में कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व कर रहे डॉ. अविजित रॉय ने बताया कि उन्होंने यहां के एक द्वीप पर रहने वाले अंडमानी लोगों का टेस्ट किया गया, जिसके बाद 4 लोग पॉजिटिव पाए गए। चारों संक्रमितों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों का मानना है कि इस कम्युनिटी के कुछ लोगों ने अंडमान के मुख्य द्वीप की यात्रा की होगी जिसके चलते वे कोरोना की चपेट में आए। भारतीय अधिकारी तब से उन तक हेल्थकेयर और दूसरी सुविधाएं पहुंचाकर उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीँ, लंदन स्थित सर्वाइवल इंटरनेशनल (Survival International) ने कहा, वायरस को तेजी से घट रही जनजातियों तक पहुंचने से रोकने होगा. इसके लिए अधिकारियों को काम करना चाहिए। सीनियर रिसर्चर सोफी ग्रिग ने कहा कि यह बेहद चिंताजनक है कि ग्रेट अंडमानी जनजाति के लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।