• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

दुनिया की वो 5 खतरनाक जासूस महिलाएं, जानकर हो जाएंगे हैरान

Writer D by Writer D
16/07/2021
in Main Slider, ख़ास खबर, फैशन/शैली, राष्ट्रीय
0
जासूस महिला

जासूस महिला

15
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

लाइफ़स्टाइल डेस्क। जासूसी ड्रामा आमतौर पर ऐसे होते हैं जिसे देखने पर इंसान अंदर तक हिल जाता है। अगर इसे लिखने वाली फोबे वालर-ब्रिज हों तो इसमें भी डार्क कॉमेडी का तड़का मिल जाता है। यही कारण है कि फोबे का नया ड्रामा ‘किलिंग ईव’ खुद में एक जासूसी कहानी और सिटकॉम (सिचुएशनल कॉमेडी) को समेटे हुए है।

जासूसी कहानियों में किसी महिला का खूनी होना हमेशा ही आकर्षित करता है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि महिलाओं का इस तरह के किरदार में कम देखा जाना और जो सामान्य नहीं होता वो हमेशा आकर्षित करता है। ये तो हो गई काल्पनिक कहानियों की बात, लेकिन ऐसी ही कुछ महिलाओं की कहानी जो अपनी असल जिंदगी में एक खतरनाक जासूस रहीं और उनका जीवन हैरान करने वाली कहानियों से भरा रहा।

डबल एजेंट ‘माता हारी’

मार्गेथा गीरत्रुइदा मैकलियोड जिसे ‘माता हारी’ के नाम से जाना जाता है। माता हारी एक कामुक नृत्यांगना थीं, जिसे प्रथम विश्व युद्ध में जासूसी करने के आरोप में गोली मार दी गई। माता हारी की जिंदगी पर साल 1931 में हॉलीवुड फिल्म बनी जिसमें ग्रेटा गर्बो मुख्य भूमिका में थीं। मार्गेथा का जन्म हॉलैंड में हुआ था और शादी एक फौजी कैप्टन से। एक बुरे रिश्ते में फंसी मार्गेथा ने अपने नवजात बच्चे को भी खो दिया।

साल 1905 मार्गेथा ने खुद को ‘माता हारी’ की पहचान दी और इटली के मिलान स्थित ला स्काला और पेरिस के ओपेरा में एक कामुक नृत्यांगना बनकर उभरीं। अब मार्गेथा खो चुकी थीं और जो दुनिया में जो थी उसे लोग माता हारी के नाम से जानते थे। अपने पेशे के कारण उनके लिए सफर करना आसान था। इस कारण जर्मनी ने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान माता हारी को पैसे के बदले जानकारियां साझा करने का प्रस्ताव दिया और इस तरह वह जर्मनी की जासूस बनीं।

माता हारी ने खुद तो किसी को नहीं मारा, लेकिन उनकी जासूसी ने लगभग 50 हजार फ्रांसिसी सैनिकों को मौत के घाट उतारा। इसके बाद फ्रांस को उन पर शक होने लगा। फरवरी 1917 में उन्हें पेरिस से गिरफ्तार कर लिया गया और अक्टूबर में उन्हें गोली मार दी गई। उनकी मौत के 100 साल बाद उनके अपराध पर बहस फिर शुरू हो गई। माता हरि को आज भी ‘फेमिनिन सिडक्शन’ और देश को धोखा देने वाले प्रतीक के रूप में देखा जाता है।

शॉर्लेट कॉर्डी

शॉर्लेट का पूरा नाम मैरी एन शार्लेट डी कॉर्डी था और वह फ्रांस की क्रांति का हिस्सा रहीं। शॉर्लेट एक गिरोडिन थीं। फ्रांस की क्रांति में गिरोडिन वो हुए जो राजशाही तो खत्म करना चाहते हैं, लेकिन हिंसा के खिलाफ थे। लेकिन क्रांति के लिए हिंसा को ना अपनाने वाली शॉर्लेट ने अपने विपक्षी जैकोबिन समूह के नेता जीन पॉल मैराट की हत्या की।

जुलाई साल 1793 शार्लेट ने मैराट को उस वक्त चाकू मारा, जब वो बाथटब में नहा रहे थे। जब उन्हें इस हत्या के जुर्म में गिरफ्तार किया गया तो शॉर्लेट ने इसे देश हित में की गई हत्या कहा। उन्होंने दावा किया कि इस एक हत्या से उन्होंने सैकड़ों-हजारों की जान बचाई है। लेकिन इसके चार दिन बाद ही उन्हें सजा मिली।

जासूस अपना उपनाम रखना पसंद करते हैं और इसी तथ्य को यथार्थ में बदलते हुए शी गुलान ने जासूसी की दुनिया में खुद का नाम शी जिआनकिआओ रखा। जिआनकिआओ अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए जासूस बनीं। इनकी हत्या चीन के नेता सुन चुआंगफांग ने 1925 में की थी।

10 साल बाद जिआनकिआओ ने चुआंगफांग के सिर में तब गोली मारी जब वह एक बौद्ध मंदिर में पूजा कर रहे थे। इस हत्या को अंजाम देने के बाद घटनास्थल से भागने के बजाय वह वहीं रुकी रही और अपना गुनाह कबूल किया। इस हाई प्रोफाइल केस में 1936 में फैसला आया और जिआनकिआओ को बरी कर दिया गया। इस केस में कोर्ट का कहना था कि ये हत्या अपने पिता की हत्या से आहत होकर की गई है। साल 1979 में शी जिआनकिआओ की मौत हुई।

ब्रिगित मोअनहॉप्ट

एक वक्त में जर्मनी की सबसे खूंखार महिला मानी जाने वाली ब्रिगित मोअनहॉप्ट रेड आर्मी फैक्शन की सदस्य रहीं। ब्रिगित 1977 में जर्मनी में एक आतंकी गतिविधि में शामिल रहीं। 70 के दशक में पश्चिम जर्मनी में एक वाम चरमपंथी समूह द्वारा एक के बाद एक कई हाईजैक, हत्याएं और बम धमाके किए गए। जहाज हाईजैक के साथ लगभग 30 लोगों की हत्या इस समूह ने की। ये अपराध पश्चिम जर्मनी में पूंजीवाद को खत्म करने के नाम पर किए गए।

1982 में इस अपराध में शामिल होने के कारण मोअनहॉप्ट को गिरफ्तार किया गया और पांच साल की सजा सुनाई गई। इसके अलावा उन्हें नौ अन्य हत्याओं के मामले में 15 साल की सजा दी गई। मोअनहॉप्ट ने कभी अपना जुर्म कबूल नहीं किया और 2007 में उन्हें परोल पर जेल से बाहर आने का मौका मिला।

एजेंट पेनेलोप

इसरायली इंटेलीजेंस एजेंसी मोसाद के लिए काम करने वाली एजेंट पेनेलोपे फलस्तीनी समूह ब्लैक सितंबर के नेता अली हुसैन सलामे की हत्या में शामिल रहीं। अली हुसैन ने साल 1972 में म्यूनिख ओलिंपिक के दौरान 11 इसराइली खिलाड़ियों को बंधक बनाया और उनकी हत्या कर दी गई। इस हत्या के जवाब में इसराइली प्रधानमंत्री गोल्डे मेरी के आदेश पर ‘ऑपरेशन व्रैथ ऑफ गॉड’ शुरू किया गया और इस ऑपरेशन को अंजाम देते हुए अली हुसैन सलामे की हत्या की गई।

अली हुसैन को मारने के लिए पेनेलोपे ने लगभग छह हफ्ते का वक़्त उस अपार्टमेंट के पास बिताया जहां वह रहा रहते थे। जिस बम धमाके में अली हुसैन सलामे की हत्या हुए उसमें पेनेलोपे भी मारी गईं। मौत के बाद उनके सामान से एक ब्रितानी पासपोर्ट बरामद हुआ जिसमें एरिका चैंबर नाम लिखा था।

Tags: charlotte cordaycharlotte corday factsdangerous spy womenmost dangerous spy agency in the worldSpy womanspy woman storyworld most dangerousworld's most dangerous spyजासूसजासूस महिला
Previous Post

सुबह उठते ही इन चीजों का सेवन करने से दूर होंगी बीमारियां

Next Post

घर में शंख रखने से वास्तु दोष से मिलता है छुटकारा

Writer D

Writer D

Related Posts

gold
Main Slider

ज्वेलरी शोरूम से गायब कर दिए 2.5 करोड़ का सोना… कोमल का कारनाम उड़ा देगा होश

05/11/2025
Monorail Train
क्राइम

ट्रायल रन के दौरान झुक गई मुंबई की मोनोरेल, हवा में लटकी बोगी

05/11/2025
Savin Bansal
राजनीति

पीएम कार्यक्रम की तैयारी युद्ध स्तर पर, डीएम तड़के पहुंचे कार्यक्रम स्थल

05/11/2025
CM Yogi participated in the celebrations organized on the 556th Prakash Parv.
Main Slider

गुरु नानक देव जी के उपदेश आज भी समाज के लिए प्रेरणास्रोत: मुख्यमंत्री योगी

05/11/2025
CM Yogi gave flats to 72 families from the weaker income group.
Main Slider

सार्वजनिक भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों को देना होगा हिसाब- सीएम योगी

05/11/2025
Next Post
शंख

घर में शंख रखने से वास्तु दोष से मिलता है छुटकारा

यह भी पढ़ें

arrested

दंगे की सूचना पर गोमतीनगर विस्तार पुलिस हलकान, सक्रियता आंकने के लिए की गई मॉक ड्रिल

19/01/2021
कोरोना पॉजिटिव

कर्नाटक के विधायक उमानाथ कोटियन कोरोना पॉजिटिव, ट्वीट कर दी जानकारी

18/09/2020
accident

सड़क किनारे खड़े पांच लोगों को रौंदते हुए खाई में पलटी तेज रफ्तार बस

17/07/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version