अंबाला। भारतीय वायु सेना आज अंबाला वायुसैनिक अड्डे में विधिवत रूप से राफेल विमानों को अपने बेड़े में शामिल करेगी। ये विमान वायु सेना के 17 वें स्क्वाड्रन, “गोल्डन एरो” का हिस्सा होंगे। पांच राफेल विमानों का पहला जत्था 27 जुलाई को फ्रांस से अंबाला के वायुसैनिक अड्डे पर पहुंचा था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10 बजकर 15 मिनट पर होगी. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस बिपिन रावत और भारतीय वायुसेना के चीफ आरकेएस भदौरिया पहुंचेंगे। इसके पांच मिनट बाद यानी 10 बजकर 20 मिनट पर पूजा होगी। 10 बजकर 30 मिनट पर फ्लाई पास्ट शुरू होगा। इसके बाद वक्ता बोलेंगे और राफेल को औपचारिक रूप से एयरफोर्स का हिस्सा बना लिया जाएगा।
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अंबाला एयरबेस पर सर्व धर्म पूजा की जाएगी। फिर राफेल आसमान में उड़ान भरकर अपनी ताकत का अहसास कराएंगे। साथ ही स्वदेशी एयरक्राफ्ट तेजस का एयर डिस्प्ले भी होगा।
Rafale fighter aircraft at the Indian Air Force station in Ambala, today morning.
Defence Minister Rajnath Singh will formally induct the five Rafale fighter aircraft into the Indian Air Force, today. pic.twitter.com/Pgz82SeCHv
— ANI (@ANI) September 10, 2020
भारत को करीब दो दशक बाद नये बहुद्देशीय पांच राफेल लड़ाकू विमान मिले हैं। इन विमानों के आने के बाद देश की वायु शक्ति को सामरिक बढ़त मिली है। केंद्र सरकार ने सितंबर 2016 में फ्रांस की कंपनी दसॉल्ट एविएशन के साथ 59 हजार करोड़ रुपये में 36 लड़ाकू विमानों को खरीदने का सौदा किया था। जिसके बाद फ्रांस ने 27 जुलाई 2020 को 5 राफेल लड़ाकू विमानों की डिलिवरी दी थी।