नई दिल्ली। अमेरिका और चीन के बीच चल रहा विवाद ह्यूस्टन स्थित दूतावास को बंद करवाने से चरम पर है। दक्षिण चीन सागर में भी दोनों देशों के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंचता जा रहा है।
बता दें कि इस क्षेत्र में अमेरिकी जहाज को पीछे खदेड़ने से तिलमिलाए अमेरिका ने अपने स्ट्रैटेजिक बॉम्बर एयरक्राफ्ट की गश्त बढ़ा दी है। रूसी मीडिया एजेंसी स्पुतनिक के मुताबिक, गुरुवार को गश्ती पर निकला अमेरिकी विमान उड़ान भरते हुए चीन के क्षेत्र के पास पहुंच गया, जिससे चीन तिलमिला गया और उसकी नेवल वायुसेना ने अमेरिकी विमान को वायरलैस के जरिए चेतावनी दी। साथ ही कहा कि अगर वह पीछे नहीं लौटता है तो मजबूरन उसे कड़े कदम उठाने पड़ेंगे।
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इस घटना के बाद अमेरिका चीन पर आग बबूला हो गया और उसने प्रशांत महासागर के एक नेवल बेस पर तैनात अपने बी-1 स्ट्रैटेजिक बॉम्बर को इस क्षेत्र में गश्ती के लिए तैनात कर दिया। वहीं, इस विमान ने यूएसएस रोनाल्ड रिगन एयरक्राफ्ट कैरियर के साथ मिलकर चीन के नजदीक और दक्षिण चीन सागर में गश्त लगाई।
बता दें कि इस इलाके में सक्रिय एक रेडियो ऑपरेटर में अमेरिकी विमान और चीनी सेना के बीच हुई बातचीत रिकॉर्ड हो गई। इसमें सुना जा सकता है कि चीन अमेरिकी विमान के पायलट को कह रहा है, यह चाइना नेवल एयरफोर्स ऑन गार्ड है। आप चीनी क्षेत्र से संपर्क कर रहे हैं। अपना रास्ता तुरंत बदले नहीं तो आप को रोक दिया जाएगा।
गौरतलब है कि इस क्षेत्र में पिछले एक महीने से अमेरिकी विमानों द्वारा गश्ती की जा रही है। ये विमान चीन के पास स्थित ताइवान से गुजरते हैं और इलाके की निगरानी करते हैं। कई बार ईंधन के खत्म हो जाने पर ये ताइवान में लैंड भी करते हैं।
चीन द्वारा लगातार अमेरिका और ताइवान को इस तरह की घटनाओं के लिए चेतावनी दी जाती रही है। हाल में अमेरिका और चीन के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। इसके बाद इस तरह की घटनाएं तनाव को बढ़ाने का काम कर रही हैं।