उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद के भगतपुर क्षेत्र में शनिवार देर शाम मदरसा परिसर में विस्फोट में घायल दो में से एक को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया कि परिसर में कोई मेडिसिन फैक्ट्री संचालित हो रही थी। जिस वक्त हादसा हुआ उस दौरान मदरसे में संचालक के अलावा उसके परिजन मौजूद थे। धमाका इतना तेज था कि मदरसे के आसपास के मकानों की दीवारों में दरार आ गई, पीडित पडौसी की छत आंशिक रूप से छतिग्रस्त हो गई।
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घटना के दौरान हादसे की चपेट में आये दो लोग भी घायल हो गए। जिसमें एक घायल को दिल्ली सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस अधीक्षक देहात विद्या सागर मिश्र ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया है कि घटना के बारे तथ्य जुटाए जा रहे हैं, जांचोपरांत, दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। भगतपुर टांडा के गांव चांदपुर गढ़ी के कादरी नगर स्थित मदरसा अलजामिया मक्किया खजाइनुल मदरसे में बच्चे इस्लामी तालीम हासिल करते हैं, इस मदरसे की शुरुआत 2011 में हुई थी।
आरोपी मदरसे के अध्यक्ष सूफी मौलाना जहीर आलम कादरी हैं, जबकि ,इंतजामिया (प्रबंधक) इरशाद कादरी हैं।
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प्रत्यक्षदर्शियों ने मौके पर पहुंची पुलिस को बताया कि दोपहर बाद लगभग 3.30 बजे अचानक विस्फोट की आवाज सुनकर आसपड़ोस के लोग घबराकर अपने अपने घरों से बाहर निकल आए। विस्फोट कितना शक्तिशाली था इससे अंदाजा लगाया जा सकता कि पडोस के घर दहल गए। पुलिस का मानना है कि फोरेंसिक टीम की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सही जानकारी सामने आ सकती।
पडौसी रिजया आलम की तहरीर पर थाना भगतपुर में मौलाना जहीर आलाम के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है, जांचोपरांत घटना के लिए जो भी जिम्मेदार पाए जाएंगे उनके, खिलाफ विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। आरोप है कि पुलिस ने आरोपी मदरसा संचालक को हिरासत में लेकर छोड दिया है।