फर्रुखाबाद के गांव दहिलिया निवासी धर्मेश यादव के चार वर्षीय पुत्र रितिक का शुक्रवार की शाम को शव मिला था। रविवार को धर्मेश यादव ने अपने चचेरे भाई हरेंद्र यादव के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया।
उन्होंने बताया कि उनका पुत्र खेलने के लिए घर से निकला था। उसी दौरान चचेरे भाई ने नाक और मुंह दबाकर उनके पुत्र की हत्या कर दी और शव को पूर्व शिक्षक महेश सिंह के घर के पास फेंक दिया।
अयोध्या में भीषण सड़क हादसा : ट्रक और बस में जोरदार टक्कर, फौजी की मौत
धर्मेश ने बताया कि उसके चचेरे भाई ने जानबूझकर शव ऐसे स्थान पर फेंका जहां पर बिजली के तार निकले हुए थे ताकि मौत के कारण को करंट से होना मान लें।
उन्होंने दर्ज कराए गए मुकदमे में कहा कि हरेंद्र के अविवाहित चाचा हरिश्चंद्र यादव पहले हरेंद्र के पास रहते थे। 20-25 दिनों से वह धर्मेश के पास रहने लगे। उन्होंने अपनी संपत्ति रितिक को देने के लिए कहा।
ममता बनर्जी का ऐलान-पश्चिम बंगाल में एक अक्टूबर से खुलेंगे सिनेमा हॉल, थिएटर
संपत्ति न मिलते देख हरेंद्र ने बालक की हत्या कर दी। हरिश्चंद्र के पास दस बीघा भूमि हैं। थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि आरोपित की तलाश की जा रही है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।