डायबिटीज़ (Diabetes) एक खतरनाक रोग और एक जीवन भर की समस्या है। ऐसी समस्या जिससे दुनिया के एक अरब से ज्यादा लोग पीड़ित हैं। डायबिटीज़ (Diabetes) पूरी दुनिया में बहुत बड़ी स्वास्थ्य समस्या बन गयी है। इस बीमारी को रोकने के लिए जागरूकता के साथ साथ जागरूक हो कर जीवनशैली में बदलाव करना सबसे जरूरी है। इस साल डायबिटीज डे की थीम है ‘नर्स’। रोगियों को बचाने के लिए नर्सों के योगदान को देखते हुए उन्हें पहचान दिलाने का प्रयास किया गया है। इस बार थीम का नाम रखा गया है ‘द नर्स एंड डायबिटीज़।’
1991 में इंटरनेशनल डायबिटीज (Diabetes) फेडरेशन और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस रोग से बढ़ती चिंताओं के मद्देनजर और इसके प्रति जारूकता फैलाने के लिए सबसे पहले डायबिटीज़ दिवस मनाया गया था। तब से यह हर साल मनाया जाता है। हर साल इसकी अलग-अलग थीम होती है।
अस्तव्यस्त लाइफ स्टाइल की वजह से आज हर उम्र के लोग डायबिटीज के शिकार हो रहे हैं। भारत में डायबिटीज के मरीजों को संख्या करोड़ों में है लेकिन चिंता की बात यह है कि इसके बावजूद भी लोग इसके प्रति जागरूक नहीं हैं। लोग लगातार ऐसी लाइफस्टाइल में चल रहे हैं जो कई बीमारियों को न्योता दे रही है। जो व्यक्ति डायबिटीज से ग्रस्त होते हैं उनमें हार्ट अटैक का खतरा आम व्यक्ति से पचास गुना ज्यादा बढ़ जाता है।
शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने से हार्मोनल बदलाव होता है और कोशिशएं क्षतिग्रस्त होती हैं जिससे खून की नलिकाएं और नसें दोनों प्रभावित होती हैं। इससे धमनी में रुकावट आ सकती है या हार्ट अटैक हो सकता है। स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है। डायबिटीज का लंबे समय तक इलाज न करने पर यह रेटिना को नुकसान पहुंचा सकता है जिससे व्यक्ति हमेशा के लिए अंधा भी हो सकता है।
- डायबिटीज से बचना है या इसे कंट्रोल करना है तो अपनी लाइफ स्टाइल बदलनी होगी। सबसे पहले व्यायाम का रूटीन बना कर उसे हर दिन फॉलो करें। और कुछ नहीं तो दिन में तीन से चार किलोमीटर तक जरूर पैदल चलें या फिर योग करें।
- कम कैलोरी वाला भोजन खाएं। सब्जियां, ताज़े फल, साबुत अनाज, डेयरी उत्पादों और ओमेगा-3 फैट वाली चीजें अपने भोजन में शामिल कीजिये। दिन में तीन समय खाने की बजाय उतने ही खाने को छह या सात बार में खाएं।