नई दिल्ली। केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन 65 वें दिन भी जारी है। शुक्रवार को दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे। जहां पर उन्होंने किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की है। इसके साथ ही दिल्ली सरकार की ओर से की गई पानी की व्यवस्था का जायजा लिया। सिसोदिया ने इस दौरान कहा कि मुझे सीएम अरविंद केजरीवाल ने भेजा है। कल रात आपकी बात हुई थी तो पानी की सप्लाई की गई।
Arrangement for water and toilets were made last night. I am here inspect if arrangements are In place: Delhi Deputy CM Manish Sisodia pic.twitter.com/5hBIOoNgYi
— ANI (@ANI) January 29, 2021
बुधवार को ही किसानों के लिए पानी और लाइट की व्यवस्था बंद कर दी गई थी, जिसके कारण किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा। डिप्टी सीएम सिसोदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा है कि कोई जरूरत हो तो हम तैयार हैं। उन्होंने कहा कि पेट इंटरनेट से नहीं, रोटी से भरता है। आज कुछ पूंजीपतियों के दबाव में किसान को गद्दार कहा जा रहा है, जिस सरदार को कट्टर देशभक्त माना जाता है उसको गद्दार कहा जा रहा है।
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मनीष सिसोदिया ने कहा कि राकेश टिकैत की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बात हुई थी। उन्होंने कहा था कि पानी की दिक्कत हो रही है, तो हमने यहां पानी की व्यवस्था की है। मैं इसी का निरीक्षण करने आया था। हमारी तरफ से किसानों को पूरा समर्थन है और यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो किसान देश को रोटी देता आया उसको हिंसक कहा जा रहा है। देशभक्त कौम सरदार को पहली बार गद्दार कहा जा रहा है टिकैत साहब को गद्दार कह रहे हैं।
हम हमेशा से ही कहते रहे हैं कि किसान हमारे देश के हैं, हम लोग रोटी तब खाते है, जब किसान रोटी उगाता है। बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज कुछ पूंजीपतियों के दबाब में देश के किसान को गद्दार कहा जा रहा है। देश के सरदार कौम, जिन्हें देशभक्त के रूप में पहचाना जाता है, उन्हें गद्दार कहा जा रहा है, उनकी पगड़ी उछालने की कोशिश की जा रही है। इस लड़ाई में हम पूरी तरह से साथ हैं आप लोगों की जो भी मांग है वो हमारी भी मांग है।
केंद्र पर निशाना साधते हुए सिसोदिया ने कहा कि पूंजीपतियों के हाथों ऐसी क्या इनकी नस दबी हुई है कि यह सरकार किसानों की बात न सुनकर पूंजीपतियों की बात सुन रहे हैं। सरकार कह रही है कि बिल किसानों के पक्ष में हैं। किसान कह रहे हैं कि हमारे पक्ष में नहीं है तो ऐसे में सरकार को कानून वापस ले लेना चाहिए।
वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत ने मनीष सिसोदिया का धन्यवाद किया कि उन्होंने पानी की व्यवस्था कराई। टिकैत के मुताबिक, सिसोदिया ने कहा कि मैं मंच पर नहीं जाऊंगा ,क्योंकि आपका आंदोलन गैर राजनीतिक है।
इस मौके पर राकेश टिकैत ने उत्तरप्रदेश प्रशासन से अनुरोध भी किया कि, हमारी भारत सरकार से कुछ मुद्दों पर लड़ाई है, पानी और अन्य व्यवस्थाओं को राज्य सरकार पूर्ण रूप से फिर चालू करे। यदि सरकार हमें एक दिन में पानी की व्यवस्था नहीं करती तो हम खुद बॉर्डर पर गड्ढा खोद कर पानी की व्यवस्था कर लेंगे। हम कुछ वक्त प्रशासन को दे रहें है, हमारी इन मांगो पर गौर करे।