भारतीय कप्तान विराट कोहली और केन विलियमसन के साथ बतौर हेड कोच काम कर चुके पूर्व क्रिकेटर माइक हेसन ने बताया है कि कैसे बतौर कप्तान विराट-विलियमसन एक दूसरे से काफी अलग है। हेसन ने कहा कि विलियमसन को सामने वाली टीम पर लंबे समय तक प्रेशर बनाना पसंद है, तो कोहली हमेशा अपनी टीम को आगे रखने के लिए रास्ते खोजते रहते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में कोहली और विलियमसन की कप्तानी का असली टेस्ट होगा। बता दें कि हेसन न्यूजीलैंड के हेड कोच रह चुके हैं, जबकि आईपीएल में वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के मुख्य कोच की भूमिका निभाते हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत करते हुए हेसन ने कहा, ‘दोनों ही शानदार लीडर हैं, और हां, दोनों का ही कप्तानी करने का स्टाइल भी अलग है। केन एक स्लो-बर्न हैं और वह लंबे समय तक प्रेशर बनाकर रखना पसंद करते हैं। दूसरी ओर, विराट हर समय अपनी टीम को आगे रखने के लिए रास्ते खोजते रहते हैं। डब्ल्यूटीसी फाइनल में केन और विराट की कप्तानी का टेस्ट होगा। जैसे-जैसे हर दिन विकेट चेंज होगी, यह देखना दिलचस्प होगा कि कैसे केन और विराट अपनी टीम को आगे रखने के लिए रणनीति बनाते हैं।’
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माइक हेसन ने उम्मीद जताई है कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच काफी रोमांचक होगा। उन्होंने कहा, ‘वह दोनों ही बराबर हैं। डब्ल्यूटीसी का फाइनल तटस्थ वेन्यू पर खेले जाने की वजह से बराबरी का होगा। मुझे लगता है कि दोनों ही टीमें इस मैच में अपनी पूरी ताकत के साथ मैदान पर उतरेंगी, जो की अच्छी बात है। उम्मीद करता हूं कि अगले कुछ हफ्तों में कोई इंजरी ना हो और दोनों टीमें अपनी पूरी स्ट्रेंथ के साथ उतरें, ताकि हमको एक बढ़िया टेस्ट मैच देखने को मिले।’