उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने साढ़े चार साल में राज्य के प्राथमिक स्कूलों की तस्वीर बदलने का दावा किया है। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता का कहना है कि इस समय प्रदेश के प्राथमिक विद्यालय कॉन्वेंट स्कूलों को भी मात दे रहे हैं।
प्रवक्ता का कहना है कि यूपी के सरकारी स्कूलों की स्थिति को सुधारने के लिए योगी सरकार ने कई अहम फैसले लिए हैं। बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संकल्प पत्र में योगी सरकार ने जनता से जो वायदा किया था उसे पूरा करते हुए प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को साढ़े 04 सालों में मजबूत किया है। प्रदेश में प्राथमिक विद्यालय कॉन्वेंट स्कूलों को मात दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने प्राथमिक स्कूलों का कायाकल्प कम समय में तेजी से किया है। प्रदेश सरकार ने 1.38 लाख से अधिक परिषदीय विद्यालयों में छात्रों के लिए मूलभूत सुविधाओं को बढ़ाया है। वहीं, सैकड़ों स्कूलों को निजी स्कूलों से बेहतर बनाने का काम भी किया है। निजी स्कूलों की तरह यहां पर बच्चों की बेहतर पढ़ाई के लिए हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। साथ ही बच्चों के लिए स्मार्ट क्लास रूम, खेलने के लिए मैदान, लाइब्रेरी व बेहतर कक्षाओं के साथ हर तरह की सुविधा छात्रों की दी जा रही है।
सरकारी प्रवक्ता का कहना है कि योगी सरकार की पहल के बाद यहां पर छात्रों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। पिछले साढ़े चार सालों में अभिभावक महंगे निजी स्कूल चुनने के बजाए परिषदीय विद्यालयों में अपने बच्चों के दाखिले करा रहे हैं। प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग में अब तक 1,25,987 से अधिक नियुक्तियां हुई हैं। राजकीय विद्यालयों में आधुनिक तकनीक के माध्यम से शिक्षा दी जा रही है। प्रदेश में 107 विकास खंडों में बालिका छात्रावास का निर्माण किया गया है, साथ ही 18 मंडलों को अटल आवासीय विद्यालयों का तोहफा मिला है।
साढ़े चार साल में बुनियादी ढांचे को मिली मजबूती
– राजकीय विद्यालयों में आधुनिक तकनीक के माध्यम से शिक्षा।
-बेसिक शिक्षा विभाग में हुई 1,25,987 नियुक्तियां।
– 1.38 लाख विद्यालयों में ऑपरेशन कायाकल्प के तहत विकास।
– 107 विकास खंडों में बालिका छात्रावास का निर्माण।
-18 मंडलों में अटल आवासीय विद्यालयों की स्थापना।