कानपुर। 8 फरवरी को 10 वर्षीय मासूम दलित बच्चे की हत्या (Murder of innocent dalit child) के तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन आरोपियों ने बच्चे को रास्ते से उठाकर उसके साथ बेरहमी की हर हद पार कर दी थी। हत्या के तीनों आरोपी बच्चे के ही गांव के रहने वाले हैं। आरोपियों का कबूलनामा (Confession of the accused) सुनकर अफसरों के पसीने छूट गए। अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने अब तक ऐसा कांड नहीं देखा। मुख्य आरोपी बिल्ली ने हंसते हुए पुलिस के सामने कहा कि बच्चा कह रहा था छोड़ दो छोड़ दो, लेकिन मुझे इसका कोई अफ़सोस नहीं है।
बता दें कि कानपुर के नर्वल इलाके में 7 फरवरी को दस वर्षीय मासूम बच्चे की कुकर्म के बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इसी मामले में इन तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। बच्चे की लाश 8 फरवरी को निर्वस्त्र हालत में मिली थी।
एडिशनल एसपी कानपुर (ASP Kanpur) आदित्य शुक्ला ने कहा कि आउटर पुलिस ने बच्चे की हत्या के आरोप में उसी के गांव के बिल्ली, चंदन और बबलू को सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया है। हमारे पास फोरेंसिक सबूत हैं। इन तीनों ने बच्चे के साथ पहले कुकर्म किया, फिर उसकी आंख में कील ठोक दी। इसके अलावा प्राइवेट पार्ट में डंडा भी डाल दिया था। वहीं CO नर्वल राजेश यादव ने कहा कि मेरी 26 साल की नौकरी हो गई है। ऐसी जघन्य घटना कभी नहीं देखी।
यह है पूरी घटना
ये पूरी क्रूरता की साजिश आरोपी बिल्ली ने रची थी। बीते सोमवार को वह चंदन के साथ खेत पर दराती से कटाई कर रहा था। वहां पर बबलू भी आ गया था। उसी समय उसको टायर चलाता मासूम बच्चा दिखाई दिया। बिल्ली और चंदन दौड़कर उस मासूम बच्चे को उठाकर खेत में ले आए। खेत पर पहले इन आरोपियों ने शराब पी। फिर उस बच्चे के साथ कुकर्म किया।
दो मासूमों की निर्मम हत्या के बाद निकाली आंख, काटे कान
आरोपी बबलू ने कहा कि मैंने सिर्फ देखा है, सारा कारनामा इन दोनों ने किया। मुख्य हत्यारे बिल्ली को इसका कोई अफ़सोस नहीं है। उसने हंसते हुए कहा कि बच्चा कह रहा था छोड़ दो छोड़ दो, बहुत मार लिया, लेकिन मुझे कोई अफ़सोस नहीं है। आरोपी बबलू ने कहा कि मैंने कुछ नहीं किया। मैं आया था तो दोनों बच्चे के साथ कुकर्म कर रहे थे। इसके बाद बिल्ली और चंदन ने प्राइवेट पार्ट में डंडा डाल दिया।