नई दिल्ली। चीन में COVID पाबंदियों की वजह से कई कंपनियों का रेवेन्यू कम हुआ है. इस लिस्ट में Xiaomi का नाम भी शामिल है. शाओमी दुनियाभर में स्मार्टफोन और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट का कारोबार करती है. चीन में कंपनी कंज्यूमर्स गुड्स से लेकर स्मार्टफोन तक बेचती और मैन्युफैक्चर करती है.
Xiaomi Corp का रेवेन्यू दूसरी तिमाही में कम हुआ है. इसकी मुख्य वजह दुनिया के सबसे बड़े स्मार्टफोन बाजार का सिकुड़ना है. चीन में कोविड की वजह से कई पाबंदियां लागू की गई थी.
यही वजह है कि शाओमी (Xiaomi) जैसी कंपनी की भी आय कम हुई है. ईयर-ऑन-ईयर Xiaomi का रेवेन्यू साल की दूसरी तिमाही में 20 परसेंट गिरकर 70.17 अरब युआन (लगभग 10.31 अरब डॉलर) पहुंच गया है.
पहली बार हुआ कंपनी के साथ ऐसा
पिछली तिमाही के मुकाबले कंपनी का रेवेन्यू तो घटा ही है. लिस्टिंग के बाद यह पहला मौका है, जब कंपनी के रेवेन्यू में कमी आई है. साल की पहली तिमाही में चीन के शंघाई समेत कई शहरों में लॉकडाउन लगा था.
इसके प्रभाव से अभी तक चीन का कंज्यूमर्स कंजम्पशन निकल नहीं पाया है. डेटा पर नजर डाले तो जुलाई महीने में चीन की अर्थव्यवस्था अप्रत्याशित रूप से गिरी है. चीन का स्मार्टफोन बाजार खास तौर पर इस स्लोडाउन से प्रभावित हुआ है.
दूसरी तिमाही में ईयर-ऑन-ईयर स्मार्टफोन यूनिट्स शिपमेंट में 10 परसेंट की कमी आई है. शाओमी की आय का आधे से ज्यादा हिस्सा स्मार्टफोन्स की बिक्री से आता है. Xiaomi की स्मार्टफोन सेल्स 29 परसेंट गिरी हैं.
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साल 2021 में शाओमी की सेल्स में बढ़ोतरी हुई थी, जिसके बाद कंपनी Huawei से आगे निकल गई. Huawei के प्रोडक्शन पर अमेरिकी प्रतिबंध के बाद काफी प्रभाव पड़ा था और इसका फायदा सीधे तौर पर शाओमी को मिला.
चीन के बाहर शाओमी का दूसरा बड़े बड़ा बाजार भारत है. भारत में भी कंपनी को चुनौतियों को सामना करना पड़ रहा है. यहां कंपनी पर टैक्स चोरी का आरोप लगा है और इस मामले में जांच भी चल रही है.
इस साल अप्रैल में भारतीय एजेंसियों ने शाओमी के 72.5 करोड़ डॉलर के एसेट को सीज किया है. कंपनी पर रॉयल्टी पेमेंट में गड़बड़ी का आरोप लगा है. हालांकि, शाओमी ने इन आरोपों से इनकार किया है.