फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को होलिका दहन (Holika Dahan) का पर्व मनाया जाता है। होलिका का ये त्योहार बहुत पुराने समय से मनाया जा रहा है। जैमिनी सूत्र में इसका आरम्भिक शब्दरूप ‘होलाका’ बताया गया है | वहीं हेमाद्रि, कालविवेक में होलिका को ‘हुताशनी’ कहा गया है | वहीं भारतीय इतिहास में इस दिन को भक्त प्रहलाद की जीत से जोड़कर देखा जाता है। इस बार होलिका दहन (Holika Dahan) 24 मार्च को पड़ रही हैं।
आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए होलिका दहन (Holika Dahan) के दिन कौन से उपाय करने से आपको मिलेगा हर कष्ट से छुटकारा।
>> नजर दोष से बचाव के लिये होलिका दहन (Holika Dahan) के समय एक नींबू लेकर उसे चार टुकड़ों में काटकर होली की अग्नि के पास खड़े होकर चारों दिशाओं में एक-एक टुकड़ा फेंक दें |
>> अपने बिजनेस या नौकरी में धन की बढ़ोतरी के लिये आज 7 गोमती चक्र लें और होलिका दहन (Holika Dahan) के समय होली की परिक्रमा करते वक्त एक-एक करके गोमती चक्र अलग कर लें | एक परिक्रमा करें और एक गोमती चक्र अलग थैली में डाल दें | इसी तरह सात परिक्रमा करते हुए गोमती चक्र अलग थैली में रख दें और बाद में इस थैली को अपनी तिजोरी में रख लें |
>> अगर आपको या आपके परिवार में किसी को ज्यादा गुस्सा आता है या स्वभाव में चिड़चिड़ापन अधिक रहता है, तो एक मुट्टी काले तिल लें और अपने या उस व्यक्ति के ऊपर से सात बार उतारकर होली की अग्नि में डाल दें |
>> अपने घर की सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिये आज शाम के समय आटे का एक चौमुखा दिया तैयार करें और उसमें तेल डालकर घर के मुख्य द्वार पर बाहर की तरफ जलाएं | इसके अलावा होली की अग्नि में जौ के दाने डालें |
>> अपनी सारी परेशानियों को दूर करके जीवन में खुशियां भरने के लिये पीपल के वृक्ष पर जल में अक्षत डालकर चढ़ाएं और अपने घर के बाहर मुख्य द्वार पर रोली से स्वस्तिक का चिन्ह बनायें | इसके अलावा होलिकादहन के समय 5 गोबर के उपले या गोबर से बनी माला को होली की अग्नि में डालें |
>> अपने जीवन में जोश लाने के लिये एक कच्चा नारियल लें और उसे अपने मन्दिर में स्थापित करके सिंदूर, अक्षत से पूजा करके उस पर कलावा बांध दें और होलिकादहन के समय उस नारियल को होली की अग्नि में डाल दें |
>> भविष्य में आपको कभी आर्थिक संकट का सामना न करना पड़े और अगर कोई आर्थिक समस्या फिलहाल आपके ऊपर है, तो वो भी समाप्त हो जाये, इसके लिये शाम को चांद निकलने पर एक प्लेट में सूखे छुहारे और थोड़े-से मखाने प्रसाद के रूप में रख लें | साथ ही शुद्ध घी का दीपक जलाकर चन्द्रदेव की पूजा करें | फिर दूध का अर्घ्य देने के बाद प्रसाद को बच्चों में बांट दें | इसके अलावा होली की अग्नि में भी थोड़े से मखाने डालें |
>> अपने और अपने जीवनसाथी की तरक्की सुनिश्चित करने के लिये होलिका पूजन के समय एक पान का पत्ता लें और उस पर एक कपूर, थोड़ी-सी हवन सामग्री, घी में डुबोये हुये दो लौंग के जोड़े और एक बताशा रखें | अब उस पान के पत्ते को दूसरे पान के पत्ते से ढंक दें और शाम के समय होलिकादहन के समय पान के पत्तों और उस पर रखी सारी सामग्री को होली की अग्नि में जला दें |
>> अपने स्वास्थ्य की बेहतरी के लिये एक सफेद कपड़े में 11 जौ की बालियां रखकर, उस कपड़े पर हरसिंगार या चन्दन का इत्र लगाकर अपने ऊपर से सात बार वार लें और होली की अग्नि में डाल दें | इससे आपके स्वास्थ्य में सुधार आने के साथ ही आपके जीवन में भी सुधार आयेगा |
 
			 
			 
					







