हिन्दू धर्म में पूजा पाठ का बहुत महत्व है. लगभग सभी हिंदू घरों में पूजा पाठ की जाती है. मान्यता के अनुसार पूजा पाठ करने से परेशानियां तो दूर होती ही हैं, मन को भी शांति मिलती है. और घर में सुख,समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है. जब घर में कोई शुभ कार्य होता है तो उसमे पूजा के साथ हवन ( Havan) करने की परंपरा जरूर निभाई जाती है.
हवन ( Havan) में आपने देखा होगा कि पंडित जी सिर्फ सीधे हाथ से ही आहुति देते हैं और ऐसा ही करने के लिए घर के बाकी सभी सदस्यों को बोलते हैं कि सीधे हाथ से हवन में आहुति डालें. क्या आप जानते हैं कि हवन में सीधे हाथ से आहुति देने के पीछे कुछ धार्मिक और वैज्ञानिक कारण हैं. आइए जानते हैं.
हवन ( Havan) में सीधे हाथ से आहुति देने का धार्मिक कारण
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हिंदू धर्म में, व्यक्ति का सीधा हाथ शुभ माना जाता है. इसके पीछे की मान्यता के बारे में बताया जाता है कि सीधे हाथ की नाड़ी का प्रतिनिधित्व सूर्य करते हैं. इसलिए किसी भी शुभ कार्य जैसे हवन ( Havan) पूजा को सीधे हाथ से ही करने की परंपरा है. सीधे हाथ को सकारात्मक ऊर्जा से भरा हुआ माना जाता है.
माना जाता है सीधे हाथ से हवन में आहुति देने से सूर्यदेव की सकारात्मक ऊर्जा मिलती है. सीधे हाथ से आहुति देने के बारे में शास्त्रों में भी बताया गया है कि सीधे हाथ में मां लक्ष्मी, मां सरस्वती और श्रीकृष्ण का वास माना जाता है. ऐसे में सीधे हाथ से आहुति देने पर तीनों देवी-देवता की कृपा मिलती है.
हवन ( Havan) में सीधे हाथ से आहुति देने का वैज्ञानिक कारण जानें
हवन में आहुति देने के पीछे धार्मिक के साथ वैज्ञानिक कारण भी जुड़ा हुआ है. माना जाता है कि यज्ञ हवन से देवी देवताओं की पूजा अर्चना ही नही होती बल्कि हवन से प्रदूषित वातावरण को भी शुद्ध किया जाता है.
यज्ञ हवन को चिकित्सा पद्धति माना गया है क्योंकि जहां हवन होता है, उस स्थान के आस-पास रोग उत्पन्न करने वाले कीटाणु भी नष्ट हो जाते हैं. इसलिए भगवान के आर्शीवाद के साथ साथ हवन से घर का वातावरण शुद्ध होता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है.