कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee ) और जूनियर डॉक्टरों के बीच शनिवार रात 8:45 बजे तक भी बैठक नहीं हो पाई है। इसकी वजह है कि मुख्यमंत्री के बुलावे पर डॉक्टर कालीघाट स्थित उनके आवास पर पहुंचे तो गए हैं लेकिन लाइव स्ट्रीमिंग की मांग पर अड़े हुए हैं और सरकार इसकी अनुमति नहीं दे रही। खास बात ये है कि करीब डेढ़ घंटे के इंतजार के बाद खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee ) घर से बाहर निकल आईं और डॉक्टरों से अनुरोध करते हुए कहा कि हाथ जोड़ रही हूं, भिगो मत अंदर आ जाओ। मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों से आग्रह किया कि वे राजनीति को अलग रखकर, राज्य की जनता के हित में उनसे चर्चा करें। ममता बनर्जी ने कहा, अगर आप अंदर नहीं आ रहे हैं, तो फिर घर पर क्यों आए? आप मेरा अपमान कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री (Mamata Banerjee ) ने डॉक्टरों से कम से कम चाय पीने का आग्रह करते हुए कहा कि वे बैठक न करें, लेकिन अंदर आकर एक बार चाय जरूर पी लें। उन्होंने कहा कि उनके लिए छाते और बैठने की व्यवस्था की गई है ताकि वे भीग न जाएं।
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इस बीच, जूनियर डॉक्टरों ने अपनी पांच प्रमुख मांगें रखीं, जिनमें आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना में शामिल दोषियों की तुरंत पहचान और दंड, सबूतों को मिटाने में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई, कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल का इस्तीफा, राज्य के मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा, और भयमुक्त माहौल की गारंटी शामिल हैं।
जूनियर डॉक्टरों ने इस बैठक का सीधा प्रसारण करने की मांग की, जिसे राज्य प्रशासन ने यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया कि मुख्यमंत्री (Mamata Banerjee ) के घर से इसका प्रसारण संभव नहीं है। इस वजह से अभी भी जटिलता बनी हुई है।