ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर महीने में पांच दिन ऐसे होते हैं, जिन्हें अशुभ माना जाता है। इन पांच दिनों को ही पंचक (Panchak) कहा जाता है। हिंदू धर्म में पंचक के दौरान शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है। ये पंचक अशुभ नक्षत्रें के कारण बनता है। फरवरी में भी जल्द ही पंचक की शुरुआत होने जा रही है। आइए जानते हैं कि फरवरी में पंचक कब से लग रहा है और इस दौरान किन चीजों को करने से बचना चाहिए।
पंचक (Panchak) कब लगता है?
ज्योतिष के मुताबिक, जब चंद्रमा धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र से होकर गुजरता है, तो पंचक लगता है। हर हिंदू माह में 5 दिनों तक पंचक के होते हैं और इन्हें अशुभ अवधि कहा गया है।
फरवरी में पंचक (Panchak) कब से लग रहा है?
पंचांग के अनुसार, फरवरी में पंचक की शुरुआत 27 फरवरी को सुबह 4 बजकर 40 मिनट से होगा। वहीं, फरवरी में इन पंचक का समापन 3 मार्च को सुबह 8 बजकर 59 मिनट पर होगा। ऐसे में 27 फरवरी से लेकर 3 मार्च तक पंचक रहेगा। पंचक के पांच दिनों के दौरान इन कार्यों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
फरवरी में लगेगा दोषरहित पंचक (Panchak)
फरवरी में ये पंचक गुरुवार के दिन से शुरू हो रहे हैं। ज्योतिष के मुताबिक, गुरुवार के दिन शुरू होने वाले पंचक दोषरहित पंचक कहा जाएगा। यह दिन भगवान विष्णु और गुरु बृहस्पति का होता है। इसलिए गुरुवार के दिन से शुरू होने वाले पंचक में कोई अशुभ प्रभाव नहीं होता है।
पंचक (Panchak) के दौरान क्या नहीं करना चाहिए?
पंचक के दौरान घर में लकड़ी का कार्य नहीं कराना चाहिए और न ही लकड़ी इकट्ठी करनी चाहिए। पंचक के दौरान ये कार्य करना अच्छा नहीं माना जाता है।
पंचक के दौरान दक्षिण दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी जाती है। ऐसे में पंचक के दौरान दक्षिण दिशा में यात्रा करने से दुर्घटना की संभावना अधिक रहती है।
पंचक के दौरान नए घर का निर्माण कार्य आरंभ नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, पंचक में छत की ढलाई भी करना अशुभ माना जाता है। इस घर पर नकारात्मक असर पड़ता है।
पंचक के दौरान सभी मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं। ऐसे में पंचक के इन दिनों में कोई भी मांगलिक या शुभ काम बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
पंचक के दिनों में नई दुल्हन का गृह प्रवेश का नहीं कराना चाहिए। इसके अलावा, पंचक के दौरान नई दुल्हन को विदा कराना भी अशुभ माना जाता है।
पंचक (Panchak) में क्या करना चाहिए
पंचक के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए भगवान विष्णु और महादेव की पूजा करनी चाहिए। पंचक के दौरान गरीब और जरूरतमंदों को अन्न और धन का दान करना चाहिए।